Sunday, June 29, 2025
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Chhattisgarh Paddy Scam : सरकारी भवन से बरामद हुआ 500 कट्टा ‘काला धान’? क्या धान माफिया और केंद्र प्रबंधन की मिलीभगत? जांच शुरू!

Chhattisgarh Paddy Scam : सरकारी भवन से बरामद हुआ 500 कट्टा 'काला धान'?

Chhattisgarh Paddy Scam : मानपुर-मोहला। जिले के टोहेगांव में एक पुराने सरकारी भवन से 500 से अधिक कट्टों का अवैध धान भंडारण पकड़े जाने से हड़कंप मच गया है। यह भंडारण ग्राम पंचायत भवन के ठीक बाजू में स्थित पुराने पंचायत भवन में मिला है, जिससे स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण दोनों हैरान हैं। (Chhattisgarh Paddy Scam)

यह भी पढ़ें :- Missing Liquor Truck : अमानत में खयानत! डिपो से डिलीवरी के लिए निकली शराब, रास्ते में हुई गुम! लाखों की शराब के साथ फरार ट्रक चालक…

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस बड़ी मात्रा में धान को यहां किसने और किस उद्देश्य से डंप किया, लेकिन प्राथमिक जांच में टोहेगांव धान उपार्जन केंद्र प्रबंधन की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।

यह भी पढ़ें :- Chhattisgarh local news : कुएं में गिरने से छात्रा की दर्दनाक मौत, पानी भरते समय फिसली पैर, DDRF की टीम ने रेस्क्यू कर कुएं से बाहर निकला शव, अब उठी सुरक्षा इंतजामों की मांग…

Chhattisgarh Paddy Scam : अंजनेय यूनिवर्सिटी

धान खरीदी केंद्र में भारी शॉर्टेज, और गांव में छिपा धान!

सूत्रों की मानें तो टोहेगांव के धान उपार्जन केंद्र से धान का उठाव पहले ही पूरा हो चुका है, लेकिन वहां भारी शॉर्टेज भी सामने आई है। वहीं उसी गांव में सरकारी भवन में धान का अवैध भंडारण पाया जाना कई सवाल खड़े करता है। आशंका है कि धान केंद्र के कुछ जिम्मेदार लोगों ने धान की बड़ी खेप को गुपचुप तरीके से अलग कर छिपा दिया, जिसे व्यापारी चैनल से ऊंचे दामों पर बेचा जाना था।

यह भी :- Chhattisgarh factory accident : फोम फैक्ट्री में भीषण आग, युवक की जलकर मौत, कई ने भागकर बचाई जान…

प्रशासन सख्त, जांच के आदेश

जिला कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को मौके पर भेजा है। उन्होंने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अब जांच के दायरे में कौन-कौन आएगा?

इस प्रकरण के सामने आने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है और सवाल यह है कि क्या यह किसी एक व्यक्ति की करतूत है या फिर पूरे नेटवर्क की साजिश? जवाब जांच के बाद ही मिलेगा, लेकिन अभी जो तस्वीर सामने आ रही है, वह खाद्य सुरक्षा और सरकारी तंत्र की साख पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

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