Monday, June 16, 2025
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बैठक के बाद अब कार्रवाई में भी रायपुर के नेताओं का दबदबा… कल इसी कारण हुआ था विवाद… और आज रायपुर के दबाव में वरिष्ठ नेता को नोटिस जारी…!!!

बिलासपुर। जिला शहर कांग्रेस कमिटी ने पूर्व महापौर राजेश पाण्डेय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई कल हुई एक बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस महामंत्री और शहर प्रभारी सुबोध हरितवाल के साथ हुए विवाद के कारण की गई है।

सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान किसी मुद्दे पर तीखी बहस हो गई, जिसके बाद विवाद बढ़ गया। यह विवाद केवल बैठक तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके बाद भी दोनों नेताओं के बीच तनाव बना रहा। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

रायपुर के दबाव में कार्रवाई

बुधवार को बैठक में हुए विवाद के बाद यह बात सामने आई थी कि, रायपुर से आए नेता बैठक में हावी हो जाते हैं। और स्थानीय वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा की जाती है। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ था जो धक्का मुक्की और गाली गलौच तक पहुंचा। और अब एक बार फिर स्थानीय नेता को नोटिस जारी कर दिया गया है। ये कारवाई साफ तौर पर रायपुर के दबाव में की गई नजर आती है और इस कार्रवाई ने कल लगाए गए उपेक्षा और बाहरी नेताओं को महत्व देने वाले आरोप को हवा दे दी है।

यह देखना होगा कि राजेश पाण्डेय इस नोटिस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और पार्टी नेतृत्व इस विवाद को कैसे सुलझाता है।

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बिलासपुर। जिला शहर कांग्रेस कमिटी ने पूर्व महापौर राजेश पाण्डेय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई कल हुई एक बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस महामंत्री और शहर प्रभारी सुबोध हरितवाल के साथ हुए विवाद के कारण की गई है। सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान किसी मुद्दे पर तीखी बहस हो गई, जिसके बाद विवाद बढ़ गया। यह विवाद केवल बैठक तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके बाद भी दोनों नेताओं के बीच तनाव बना रहा। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। रायपुर के दबाव में कार्रवाई बुधवार को बैठक में हुए विवाद के बाद यह बात सामने आई थी कि, रायपुर से आए नेता बैठक में हावी हो जाते हैं। और स्थानीय वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा की जाती है। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ था जो धक्का मुक्की और गाली गलौच तक पहुंचा। और अब एक बार फिर स्थानीय नेता को नोटिस जारी कर दिया गया है। ये कारवाई साफ तौर पर रायपुर के दबाव में की गई नजर आती है और इस कार्रवाई ने कल लगाए गए उपेक्षा और बाहरी नेताओं को महत्व देने वाले आरोप को हवा दे दी है। यह देखना होगा कि राजेश पाण्डेय इस नोटिस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और पार्टी नेतृत्व इस विवाद को कैसे सुलझाता है।