रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम 7:30 बजे रायपुर पहुंचेंगे। वे नवा रायपुर स्थित एक रिसॉर्ट में रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद शनिवार सुबह शाह बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के लिए रवाना होंगे, जहां वे दंतेश्वरी माता के दर्शन करेंगे और बस्तर की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होंगे। इसके बाद रायपुर आकर एंटी नक्सल ऑपरेशन पर हाईलेवल मीटिंग लेंगे।
बस्तर पंडुम में होंगे शामिल, जवानों से मिलेंगे
गृह मंत्री दंतेवाड़ा में 3 अप्रैल से आयोजित “बस्तर पंडुम” के समापन समारोह में शिरकत करेंगे। यह आयोजन बस्तर की पारंपरिक संस्कृति, खान-पान, वाद्य, नृत्य और संगीत सभी को एक मेले में दिखाया गया है। गृहमंत्री शाह यहां बस्तर के पारंपरिक पकवान का स्वाद लेंगे, और पंचायत चुनाव में चुनकर आए जनप्रतिनिधियों के साथ लंच करेंगे।
नक्सल ऑपरेशन के जवानों से मुलाकात
समारोह के बाद अमित शाह नक्सल ऑपरेशन में शामिल सुरक्षा बलों के जवानों और कमांडरों से भी मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात उन वीर जवानों के प्रति सम्मान और रणनीतिक समीक्षा का एक हिस्सा मानी जा रही है।
रायपुर में होगी हाईलेवल मीटिंग
शनिवार शाम शाह रायपुर लौटेंगे और नवा रायपुर में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री साय, प्रदेश के गृह मंत्री शर्मा, पुलिस और केंद्रीय बलों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में सरकार अब तक के नक्सल ऑपरेशन का ब्योरा शाह को देगी। और इसके साथ ही राज्य में लागू की गई नई नक्सल नीति की जानकारी भी गृहमंत्री अमित शाह को दी जाएगी।
2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य
गृह मंत्री अमित शाह ने बीते वर्ष रायपुर में हुए एक कार्यक्रम में 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद के समूल नाश का संकल्प लिया था। अब जबकि यह लक्ष्य सिर्फ एक साल दूर है, ऐसे में उनका यह दौरा विशेष महत्व रखता है।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में अब तक 2200 से अधिक नक्सलियों की गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण हो चुका है, साथ ही अब तक 350 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं।
शांति की राह पर लौटने की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बस्तर के दूरस्थ इलाकों में लगातार सुरक्षा कैंप स्थापित कर रही है। “नियद नेल्ला नार” योजना के तहत सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है। उन्होंने लाल आतंक का दामन छोड़ शांति के रास्ते पर लौटने वाले इन लोगों के पुनरुत्थान के लिए तत्पर है।