Thursday, June 26, 2025
HomeअपराधBharatmala Project : ढेंका में भारतमाला परियोजना के मुआवजा वितरण में बड़ा...

Bharatmala Project : ढेंका में भारतमाला परियोजना के मुआवजा वितरण में बड़ा घोटाला उजागर, पूर्व तहसीलदार और पटवारी पर FIR…

Bharatmala Project : बिलासपुर। बहुचर्चित भारतमाला परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है। बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत ढेंका गांव में मुआवजा वितरण के दौरान सरकारी पदाधिकारियों द्वारा गंभीर स्तर पर गड़बड़ी किए जाने की पुष्टि हुई है। इस प्रकरण में तत्कालीन तहसीलदार डीके उईके और पटवारी सुरेश कुमार मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। (Bharatmala Project)

यह भी पढ़ें :- Kidnapping Threat : पूर्व विधायक शैलेश पांडेय को फोन पर मिली धमकी, 20 लाख की फिरौती मांगी, सहकारिता अफसर की बेटी को उठाने की धमकी, FIR दर्ज…

यह एफआईआर वर्तमान तहसीलदार राहुल शर्मा की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में न केवल नियमों की अनदेखी की गई, बल्कि मुआवजा राशि के वितरण में भी गड़बड़ी कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया गया। इस मामले में जिला स्तरीय समिति द्वारा की गई जांच में अनियमितता की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की पहल की। (Bharatmala Project)

यह भी पढ़ें :- Rural health issue : डायरिया का कहर: 20 साल पुरानी पाइपलाइन ने मचाई तबाही, 50 से ज्यादा बीमार! बच्चे-बूढ़े सभी चपेट में, तीन की मौत से फैली दहशत, जिम्मेदार कौन..?

पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 34 (साझा आपराधिक कृत्य), 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी से संबंधित दस्तावेजों की कूट रचना), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी), और 471 (कूटरचित दस्तावेज को असली बताकर उपयोग करना) के तहत प्रकरण दर्ज किया है। मामले की जांच तोरवा थाना पुलिस द्वारा की जा रही है।

यह भी पढ़ें :- Student killed in accident : केक नहीं, कफन ओढ़ा जन्मदिन पर… कोचिंग जा रही छात्रा को तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने रौंदा, मौके पर मौत, जांच में जुटी पुलिस…

सूत्रों की मानें तो भू-अर्जन के नाम पर कई फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए थे, जिनके आधार पर गलत लोगों को मुआवजा राशि बांटी गई। इस प्रक्रिया में सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है, जिसने पूरे मुआवजा वितरण को संदेह के घेरे में ला दिया है।

यह भी पढ़ें :- CG Big News : प्रदेश के किसान रो रहे मिर्च के आँसू… गिरती कीमत से परेशान किसान नदी में बहा रहे अपनी फसल… देखिए कर्ज के बोझ में दबे किसानों के लाचारी की तस्वीर…

प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस प्रकरण में अन्य शामिल व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यह मामला भारतमाला जैसे महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय परियोजना की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Posts

Bharatmala Project : बिलासपुर। बहुचर्चित भारतमाला परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है। बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत ढेंका गांव में मुआवजा वितरण के दौरान सरकारी पदाधिकारियों द्वारा गंभीर स्तर पर गड़बड़ी किए जाने की पुष्टि हुई है। इस प्रकरण में तत्कालीन तहसीलदार डीके उईके और पटवारी सुरेश कुमार मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। (Bharatmala Project) यह भी पढ़ें :- Kidnapping Threat : पूर्व विधायक शैलेश पांडेय को फोन पर मिली धमकी, 20 लाख की फिरौती मांगी, सहकारिता अफसर की बेटी को उठाने की धमकी, FIR दर्ज… यह एफआईआर वर्तमान तहसीलदार राहुल शर्मा की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में न केवल नियमों की अनदेखी की गई, बल्कि मुआवजा राशि के वितरण में भी गड़बड़ी कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया गया। इस मामले में जिला स्तरीय समिति द्वारा की गई जांच में अनियमितता की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की पहल की। (Bharatmala Project) यह भी पढ़ें :- Rural health issue : डायरिया का कहर: 20 साल पुरानी पाइपलाइन ने मचाई तबाही, 50 से ज्यादा बीमार! बच्चे-बूढ़े सभी चपेट में, तीन की मौत से फैली दहशत, जिम्मेदार कौन..? पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 34 (साझा आपराधिक कृत्य), 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी से संबंधित दस्तावेजों की कूट रचना), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी), और 471 (कूटरचित दस्तावेज को असली बताकर उपयोग करना) के तहत प्रकरण दर्ज किया है। मामले की जांच तोरवा थाना पुलिस द्वारा की जा रही है। यह भी पढ़ें :- Student killed in accident : केक नहीं, कफन ओढ़ा जन्मदिन पर… कोचिंग जा रही छात्रा को तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने रौंदा, मौके पर मौत, जांच में जुटी पुलिस… सूत्रों की मानें तो भू-अर्जन के नाम पर कई फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए थे, जिनके आधार पर गलत लोगों को मुआवजा राशि बांटी गई। इस प्रक्रिया में सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है, जिसने पूरे मुआवजा वितरण को संदेह के घेरे में ला दिया है। यह भी पढ़ें :- CG Big News : प्रदेश के किसान रो रहे मिर्च के आँसू… गिरती कीमत से परेशान किसान नदी में बहा रहे अपनी फसल… देखिए कर्ज के बोझ में दबे किसानों के लाचारी की तस्वीर… प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस प्रकरण में अन्य शामिल व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यह मामला भारतमाला जैसे महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय परियोजना की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।