बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने विकास कार्यों में देरी और लापरवाही पर सख्त कदम उठाते हुए ठेका कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। कई ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया गया, करोड़ों की पेनाल्टी लगाई गई और ठेके रद्द कर दिए गए।
गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर पर 37.50 लाख की पेनाल्टी
अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन प्रोजेक्ट का कार्य गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा किया जा रहा है। जिसमें इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक नदी की दोनों ओर नाला, सड़क और सौंदर्याकरण का कार्य किया जा रहा है। लेकिन वर्तमान में नदी की दांयी ओर इंदिरा सेतु से पुराना पुल तक बस प्रथम चरण को पूर्ण हो पाई है। वहीं ठेका कंपनी को शेष कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश मिलने के बावजूद कार्य में प्रगति नहीं लाने पर स्मार्ट सिटी के एमडी अमित कुमार के निर्देश पर ठेका कंपनी गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 37.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
सिंप्लेक्स कंपनी का ठेका रद्द, 30 करोड़ की बैंक गारंटी राजसात
अंडरग्राउंड सीवरेज प्रोजेक्ट का कार्य करने वाले सिंप्लेक्स कंपनी को कार्य में प्रगति लाने कई बार नोटिस जारी किया गया। लेकिन कंपनी के द्वारा कोई उचित जवाब नहीं मिलने पर 10 फरवरी को अंतिम नोटिस जारी किया गया था। जिसके बाद निगम कमिश्नर के निर्देश पर सिंप्लेक्स कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया गया। इसके साथ ही 30 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी और सिक्योरिटी डिपॉजिट को राजसात कर लिया गया।
डुप्लीकेट एफडीआर जमा करने पर ठेकेदार ब्लैकलिस्ट
राजीव गांधी चौक से तैयबा चौक तक बन रहे दिव्यांग फ्रेंडली फुटपाथ प्रोजेक्ट में अनियमितता पाए जाने पर ठेकेदार कमल सिंह ठाकुर को पांच साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। वह अब किसी भी सरकारी निविदा में भाग नहीं ले सकेंगे। नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और तय समय सीमा में काम पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों पर आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।