Education First : रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां खत्म हो रही हैं। राज्य शासन ने आगामी सोमवार, 16 जून से प्रदेशभर के स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव प्रारंभ करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी द्वारा जारी आदेश के अनुसार स्कूलों के गेट इसी तारीख से खुल जाएंगे। इस आदेश के साथ ही शिक्षकों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं, स्कूलों में रंग-रोगन और आवश्यक मरम्मत कार्य कर लिया गया है। (Education First)
हालांकि, शिक्षकों के कुछ संगठनों ने प्रदेश में जारी गर्मी का हवाला देते हुए गर्मी की छुट्टियों को कुछ और दिनों तक बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि वर्तमान तापमान और मौसम की स्थिति को देखते हुए बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा जरूरी है। वहीं, स्कूल शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि अब तक जारी आदेश में किसी भी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है। (Education First)
Education First : मौसम ने दिया राहत का संकेत
वहीं मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में तापमान अब 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच में बना हुआ है, जो कि पहले 40 डिग्री के पार पहुंच रहा था। साथ ही मानसून की आहट भी सुनाई देने लगी है, जिससे प्रशासन का मानना है कि स्कूल खोलने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। (Education First)
Education First : प्राइवेट स्कूलों ने जताई चिंता
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्य शासन को पत्र लिखा था। उन्होंने स्थानीय अवकाशों में कटौती की मांग की थी, क्योंकि इन छुट्टियों के चलते लगभग 40 दिनों तक कक्षाएं नहीं हो पातीं। इससे न केवल एजुकेशनल कैलेंडर गड़बड़ा रहा है, बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। (Education First)
यह भी पढ़ें:- सूदखोर तोमर ब्रदर्स की तलाश तेज, पत्नी और महिला वकील हिरासत में, 40 करोड़ की रजिस्ट्री, करोड़ों की संपत्ति जब्त…
Education First : 220 दिन पढ़ाई अनिवार्य, लेकिन हो रहे सिर्फ 180 दिन
शैक्षणिक मानकों के मुताबिक वर्षभर में 220 दिनों तक स्कूल चलाना अनिवार्य है, ताकि शिक्षक पाठ्यक्रम पूरा करा सकें। लेकिन स्थानीय छुट्टियों, त्योहारों और अन्य कारणों से अधिकतर स्कूलों में मुश्किल से 180 दिन ही पढ़ाई हो पाती है। इसके चलते न सिर्फ पाठ्यक्रम अधूरा रह जाता है, बल्कि छात्रों की समझ और परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है। (Education First)
यह भी पढ़ें :- सड़क पर वसूली का खेल, फर्जी माइनिंग अधिकारी बनकर कर रहे थे ठगी, दो फर्जी अफसर गिरफ्तार…
Education First : शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल
बीते पांच वर्षों में यही स्थिति बनी हुई है — अधिक छुट्टियाँ, कम कक्षाएं और अधूरी पढ़ाई। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। सिलेबस पूरा ना होने के कारण कई बार छात्रों को विषय की अधूरी जानकारी के साथ ही परीक्षाओं का सामना करना पड़ता है। (Education First)
Education First : राजीव गुप्ता की सलाह: छुट्टियों के बजाय ‘डे स्पेशल’ एक्टिविटी क्लास हो
प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता का कहना है कि छात्रों को अतिरिक्त छुट्टियों से अधिक नुकसान हो रहा है। उनके अनुसार, स्थानीय अवकाश के दिन स्कूल बंद करने के बजाय दो घंटे की विशेष गतिविधि कक्षा आयोजित की जानी चाहिए, जिससे छात्र उस दिन के महत्व को समझें और कुछ नया सीख सकें। इससे सिलेबस भी प्रभावित नहीं होगा और छात्रों का कौशल भी विकसित होगा। (Education First)
हालांकि, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शासन गर्मी को देखते हुए शिक्षकों की मांग पर विचार करता है या नहीं। लेकिन फिलहाल तो 16 जून से स्कूल खुलने तय हैं — बच्चों की चहल-पहल और नए सत्र की शुरुआत के लिए सब कुछ तैयार है।