बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने सोमवार को निष्कासित नेताओं से मुलाकात कर उनके पक्ष सुने। कांग्रेस भवन में आयोजित इस बैठक में कमेटी ने जिला संगठन के पदाधिकारियों से निष्कासन के पीछे की वजहों की जानकारी ली और सबूतों की समीक्षा की।
बंद कमरे में हुई चर्चा, सबूत भी पेश
कमेटी के संयोजक धनेंद्र साहू, सदस्य अरुण वोरा और महेंद्र छाबड़ा दोपहर में शहर पहुंचे। कुछ देर विश्राम के बाद वे कांग्रेस भवन पहुंचे, जहां संगठन के पदाधिकारियों और निष्कासित नेताओं के साथ बैठक की गई। जिला संगठन के पदाधिकारियों ने निष्कासित नेताओं के खिलाफ वीडियो, फोटोग्राफ और अन्य सबूत कमेटी को सौंपे।
निष्कासित नेताओं ने खुद को बताया निर्दोष
निष्कासित नेताओं ने अपने बचाव में कमेटी के सामने अपना पक्ष रखा। अपनी बात रखने वालों में पूर्व प्रवक्ता अभय नारायण राय, प्रदेश सचिव त्रिलोक श्रीवास, महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सीमा पांडे सहित अन्य नेता शामिल रहे।
कोटा विधायक के मामले की भी होगी जांच
कमेटी को कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के खिलाफ हुई शिकायतों की भी जांच करनी है, लेकिन वे विधानसभा सत्र के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके। कमेटी जल्द ही सभी पक्षों से बातचीत कर रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी।
रिपोर्ट तैयार होने के संकेत
धनेंद्र साहू ने मीडिया से चर्चा में संकेत दिए कि कमेटी जल्द ही निष्कासित नेताओं के मामले पर रिपोर्ट सौंपेगी। हालांकि, दोषियों की बहाली का फैसला प्रदेश कांग्रेस कमेटी करेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका काम निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार करना है, न कि निर्णय लेना।
प्रदेश कांग्रेस में संभावित संगठनात्मक फेरबदल पर पूछे गए सवालों पर साहू ने कहा कि वर्तमान अध्यक्ष अच्छा काम कर रहे हैं और संगठन में कोई भी बदलाव हाईकमान के निर्णय पर निर्भर करेगा।