बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के राजकिशोर नगर बिलासपुर निवासी 40 वर्षीय शालिनी कलसा ने शुक्रवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में पहुंचकर संकल्प तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। उन्होंने बताया की तिवारी ने उनकी ग्रेजुएशन की अंकसूची जो की बीएचएससी होम साइंस जीडीसी गर्ल्स कॉलेज गुरु घासीदास विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई थी उस अंक सूची को संकल्प तिवारी ने फर्जी तरीके से कूटरचना कर नाम बदल दिया और बीएससी कंप्यूटर साइंस सीएमडी कॉलेज गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर के रूप में अंकसूचित तैयार कर ली।
उसमें संकल्प तिवारी ने जीडीसी गर्ल्स कॉलेज की जगह सीएमडी कॉलेज लिखवा लिया। रोल नंबर, एनरोलमेंट नंबर,अंकसूची का उत्तीर्ण वर्ष भी एक जैसा ही है। गुरु घसीदास विश्वविद्यालय की उनकी अंकसूची में कॉपीराइट मोनो दोनों है लेकिन संकल्प तिवारी की अंकसूची में यह दोनों नहीं है। शालिनी कलसा ने बताया कि संकल्प तिवारी उनके पूर्व पति हैं जिससे वह अब अलग हो चुकी हैं। तिवारी A.13 बी ब्लॉक cv हाइट्स सरजू बगीचा मसानगंज बिलासपुर में रहते हैं और उन्होंने उनकी अंकसूची की नकल करके फार्मा कंपनियों में एरिया मैनेजर के पद पर नौकरी कर रहे हैं। उन्हें इसकी जानकारी काफी समय बाद लगी जिसके बाद आरटीआई के जरिए उन्होंने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय से जानकारी मांगी तब इसका खुलासा हुआ। इस संबंध में 22 नवंबर 2024 को उन्होंने पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया था जिस पर अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।

थाना सिविल लाइन द्वारा भी गुरु घासीदास विश्वविद्यालय को सत्यापन के लिए पत्र लिखा गया जिसमें उन्हें कूट रचना की जानकारी वाला पत्र प्राप्त हो चुका है। उसके बाद भी आरोपी पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। शालिनी कलसा ने यह भी बताया कि वर्तमान में संकल्प तिवारी ने एक नई फर्जी अंकसूची मैथ्स यूनिवर्सिटी रायपुर द्वारा तैयार कर ली गई है उसके जरिए भी वह नौकरी कर रहा है। शालिनी कलसा ने बताया कि, शिकायत वापस लेने के लिए तिवारी के द्वारा लगातार धमकियां दी जा रही है। उसके बावजूद पुलिस प्रशासन मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने शुक्रवार को फिर से पुलिस अधीक्षक से मिलकर संकल्प तिवारी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। एसपी ने सिविल लाइन थाने को जांच करवाई के लिए कहा है। शालिनी कलसा ने संकल्प तिवारी से 10वीं और 12वीं के साथ ग्रेजुएशन की अंकसूची जप्त कर आगे की कार्यवाही किए जाने की मांग की है।