Monday, June 16, 2025
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नौकरी के नाम पर ठगी: मंत्रालय में नौकरी दिलाने के झांसे में 50 लाख की ठगी, तीन साल इंतजार, फिर खुला राज! फुटबॉल प्रशिक्षक पर FIR दर्ज…

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां बेरोजगार युवाओं को मंत्रालय में सरकारी नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की गई। आरोपी जावेद खान ने खुद को मंत्रालय से जुड़ा बताकर 10 से ज्यादा युवाओं से करीब 50 लाख रुपये ऐंठ लिए। लोगों ने जब कई साल इंतजार के बाद भी नौकरी नहीं मिलने पर पैसे वापस मांगे, तो आरोपी टालमटोल करने लगा। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी फुटबॉल प्रशिक्षक जावेद खान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

फुटबॉल कोच ने रची ठगी की साजिश

पुलिस के मुताबिक, तखतपुर क्षेत्र के निगारबंद निवासी दीपक राजपूत, जो कि नेहरू नगर में  किराए के मकान में रहकर एमए की पढ़ाई कर रहा था, वह 2021-22 से जिला पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। तभी उनकी मुलाकात जावेद खान ने खुद को खेल विभाग, मंत्रालय रायपुर का कर्मचारी बताकर युवाओं को नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया। फिजिकल ट्रेनिंग के दौरान उसने नौकरी की लालच देकर युवाओं को अपने जाल में फंसाया।

नौकरी के बदले मांगे एडवांस पैसे और दस्तावेज

दीपक राजपूत ने दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 के बीच 5 लाख रुपये कैश में जावेद को दिए। इसके अलावा, अन्य युवाओं ने भी सरकारी नौकरी की लालच में लाखों रुपये आरोपी को दे दिए। आरोपी ने युवाओं को अपने घर बुलाकर एडवांस पेमेंट की मांग की और नौकरी लगने के बाद बाकी रकम देने को कहा। उसने युवाओं से 10वीं-12वीं की मार्कशीट, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और कोरे कागज पर साइन करवा लिए।

तीन साल तक इंतजार, फिर खुली ठगी की पोल

युवाओं ने तीन साल तक नौकरी का इंतजार किया, लेकिन जब कोई नियुक्ति नहीं हुई, तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे। आरोपी जावेद खान ने बहाने बनाकर पैसा लौटाने से इनकार कर दिया, तब जाकर पीड़ितों को एहसास हुआ कि वे ठगी के शिकार हो गए हैं।

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज किया मामला

पीड़ितों की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में आरोपी जावेद खान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या इस ठगी में कोई और भी लोग शामिल थे।

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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां बेरोजगार युवाओं को मंत्रालय में सरकारी नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की गई। आरोपी जावेद खान ने खुद को मंत्रालय से जुड़ा बताकर 10 से ज्यादा युवाओं से करीब 50 लाख रुपये ऐंठ लिए। लोगों ने जब कई साल इंतजार के बाद भी नौकरी नहीं मिलने पर पैसे वापस मांगे, तो आरोपी टालमटोल करने लगा। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी फुटबॉल प्रशिक्षक जावेद खान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

फुटबॉल कोच ने रची ठगी की साजिश

पुलिस के मुताबिक, तखतपुर क्षेत्र के निगारबंद निवासी दीपक राजपूत, जो कि नेहरू नगर में  किराए के मकान में रहकर एमए की पढ़ाई कर रहा था, वह 2021-22 से जिला पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। तभी उनकी मुलाकात जावेद खान ने खुद को खेल विभाग, मंत्रालय रायपुर का कर्मचारी बताकर युवाओं को नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया। फिजिकल ट्रेनिंग के दौरान उसने नौकरी की लालच देकर युवाओं को अपने जाल में फंसाया।

नौकरी के बदले मांगे एडवांस पैसे और दस्तावेज

दीपक राजपूत ने दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 के बीच 5 लाख रुपये कैश में जावेद को दिए। इसके अलावा, अन्य युवाओं ने भी सरकारी नौकरी की लालच में लाखों रुपये आरोपी को दे दिए। आरोपी ने युवाओं को अपने घर बुलाकर एडवांस पेमेंट की मांग की और नौकरी लगने के बाद बाकी रकम देने को कहा। उसने युवाओं से 10वीं-12वीं की मार्कशीट, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और कोरे कागज पर साइन करवा लिए।

तीन साल तक इंतजार, फिर खुली ठगी की पोल

युवाओं ने तीन साल तक नौकरी का इंतजार किया, लेकिन जब कोई नियुक्ति नहीं हुई, तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे। आरोपी जावेद खान ने बहाने बनाकर पैसा लौटाने से इनकार कर दिया, तब जाकर पीड़ितों को एहसास हुआ कि वे ठगी के शिकार हो गए हैं।

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज किया मामला

पीड़ितों की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में आरोपी जावेद खान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या इस ठगी में कोई और भी लोग शामिल थे।