बिलासपुर। बिलासपुर के चिंगराजपारा गंधर्व समाज के सामाजिक भवन में 76वें गणतंत्र दिवस का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ किया गया। इस अवसर पर भव्य ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। राष्ट्रभक्ति के गीतों और तिरंगे की सलामी के साथ माहौल में देशभक्ति की भावना झलक रही थी।
ध्वजारोहण और राष्ट्रगान से हुई शुरुआत
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान और ध्वजारोहण से हुआ। समाज के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों और वरिष्ठ सदस्यों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने संविधान और उसकी गौरवशाली विरासत को नमन किया।
देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां
ध्वजारोहण के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों और युवाओं ने देशभक्ति गीत, नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए। इन प्रस्तुतियों ने समाज के लोगों को प्रेरणा और उत्साह से भर दिया। समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने अपने प्रेरक भाषणों के माध्यम से संविधान, लोकतंत्र और समाज में एकता के महत्व पर प्रकाश डाला।
सामाजिक एकता का संदेश
गंधर्व समाज के पदाधिकारियों ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह हमें हमारे कर्तव्यों और अधिकारों की याद दिलाने का दिन है। उन्होंने आपसी सहयोग, भाईचारा और सामाजिक एकता को मजबूत करने की अपील की।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रभाकर ग्वाल (गृह क्षेत्र न्यायाधीश) उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में समाज को गणतंत्र दिवस का महत्व समझाते हुए प्रेरणादायक संदेश दिया।
इस मौके पर कौशिल्या सागर (जिला अध्यक्ष, गंधर्व समाज), राजकुमार गंधर्व (सचिव, गंधर्व समाज), रामशरण गंगे, रमेश गंधर्व, माखन साहू, शैलेष देवांगन और पंकज गंधर्व सहित समाज के कई प्रमुख सदस्य और मोहल्लेवासी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का समापन मिठाई वितरण और सामूहिक जयघोष के साथ हुआ। समाज के सभी लोगों ने मिलकर इस अवसर को राष्ट्रीय गौरव और प्रेरणा के साथ मनाया। इस आयोजन ने समाज में आपसी एकता और देशभक्ति के भाव को और प्रगाढ़ किया।
गंधर्व समाज द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम ने सभी को यह संदेश दिया कि हम सब मिलकर अपने राष्ट्र और संविधान के प्रति सच्ची निष्ठा रखें और अपनी एकता को मजबूत बनाए रखें।