Friday, June 13, 2025
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बेटी से किया था जन्मदिन मनाने का वादा, लेकिन दो दिन पहले ही शहीद हो गए ASP आकाश राव, पार्थिव शरीर को लाया गया रायपुर…

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर IED विस्फोट में बहादुर अफसर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरिपूंजे शहीद हो गए। वे सर्चिंग ऑपरेशन पर निकले थे, इसी दौरान डोंड्रा के पास विस्फोट की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है।

शहीद ASP गिरिपूंजे दो दिन बाद अपनी बेटी का जन्मदिन मनाने रायपुर आने वाले थे। परिवार से किया यह वादा अधूरा रह गया। एक हफ्ते पहले ही वे अपने बेटे का जन्मदिन मना कर लौटे थे, किसी को अंदाजा नहीं था कि यह उनके परिवार से आखिरी मुलाकात होगी।

अंतिम विदाई की तैयारी

वीरगति को प्राप्त ASP आकाश राव गिरिपूंजे का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ रायपुर लाया गया। रायपुर एयरपोर्ट पर कलेक्टर, एसपी, नगर निगम कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उनके परिवारजन भी नम आंखों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे। पार्थिव शरीर को मेकाहारा अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। शहीद अफसर का अंतिम संस्कार 10 जून को सुबह 9 बजे महादेव घाट में किया जाएगा।

SSP ने दी श्रद्धांजलि

रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने शहीद अफसर के परिजनों से मुलाकात कर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “आकाश जब सर्विस में आए थे, तब मैं रायपुर में ASP था। उनका समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा अनुकरणीय थी। ये क्षति केवल परिवार की नहीं, बल्कि पूरे पुलिस विभाग की है।”

जांबाज़ अफसर की सेवाएं

एएसपी आकाश राव गिरिपूंजे 2013 बैच के राज्य पुलिस सेवा अफसर थे। वे रायपुर और महासमुंद में तैनात रहे है। राजधानी रायपुर में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के CSP भी रह चुके थे। अपनी सेवा के दौरान उन्होंने कई बड़ी आपराधिक घटनाओं को सुलझाया। उनकी स्कूली शिक्षा रायपुर के होलीक्रॉस स्कूल से हुई थी।

बस्तर में तीसरी बड़ी क्षति

यह छत्तीसगढ़ में तीसरी और बस्तर में दूसरी घटना है, जब किसी एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी ने वीरगति प्राप्त की। इससे पहले 2001 में भास्कर दीवान और 2011 में राजेश पवार शहीद हुए थे। 2025 में अब ASP आकाश राव गिरिपूंजे का नाम भी इस सूची में जुड़ गया है।

कैसे हुआ हमला

सोमवार सुबह ASP गिरिपूंजे DSP कोन्टा भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी सोनल गवला के साथ क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा की गई आगजनी की जांच हेतु सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास प्रेशर IED ब्लास्ट हुआ, जिसमें ASP गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अन्य घायल अफसरों का इलाज जारी है।

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर IED विस्फोट में बहादुर अफसर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरिपूंजे शहीद हो गए। वे सर्चिंग ऑपरेशन पर निकले थे, इसी दौरान डोंड्रा के पास विस्फोट की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। शहीद ASP गिरिपूंजे दो दिन बाद अपनी बेटी का जन्मदिन मनाने रायपुर आने वाले थे। परिवार से किया यह वादा अधूरा रह गया। एक हफ्ते पहले ही वे अपने बेटे का जन्मदिन मना कर लौटे थे, किसी को अंदाजा नहीं था कि यह उनके परिवार से आखिरी मुलाकात होगी।

अंतिम विदाई की तैयारी

वीरगति को प्राप्त ASP आकाश राव गिरिपूंजे का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ रायपुर लाया गया। रायपुर एयरपोर्ट पर कलेक्टर, एसपी, नगर निगम कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उनके परिवारजन भी नम आंखों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे। पार्थिव शरीर को मेकाहारा अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। शहीद अफसर का अंतिम संस्कार 10 जून को सुबह 9 बजे महादेव घाट में किया जाएगा।

SSP ने दी श्रद्धांजलि

रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने शहीद अफसर के परिजनों से मुलाकात कर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "आकाश जब सर्विस में आए थे, तब मैं रायपुर में ASP था। उनका समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा अनुकरणीय थी। ये क्षति केवल परिवार की नहीं, बल्कि पूरे पुलिस विभाग की है।"

जांबाज़ अफसर की सेवाएं

एएसपी आकाश राव गिरिपूंजे 2013 बैच के राज्य पुलिस सेवा अफसर थे। वे रायपुर और महासमुंद में तैनात रहे है। राजधानी रायपुर में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के CSP भी रह चुके थे। अपनी सेवा के दौरान उन्होंने कई बड़ी आपराधिक घटनाओं को सुलझाया। उनकी स्कूली शिक्षा रायपुर के होलीक्रॉस स्कूल से हुई थी।

बस्तर में तीसरी बड़ी क्षति

यह छत्तीसगढ़ में तीसरी और बस्तर में दूसरी घटना है, जब किसी एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी ने वीरगति प्राप्त की। इससे पहले 2001 में भास्कर दीवान और 2011 में राजेश पवार शहीद हुए थे। 2025 में अब ASP आकाश राव गिरिपूंजे का नाम भी इस सूची में जुड़ गया है।

कैसे हुआ हमला

सोमवार सुबह ASP गिरिपूंजे DSP कोन्टा भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी सोनल गवला के साथ क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा की गई आगजनी की जांच हेतु सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास प्रेशर IED ब्लास्ट हुआ, जिसमें ASP गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अन्य घायल अफसरों का इलाज जारी है।