Tuesday, June 17, 2025
Homeअन्य खबरेमहंगे ब्रांडेड दवाइयों के सस्ते विकल्प हैं जन औषधि : कलेक्टर

महंगे ब्रांडेड दवाइयों के सस्ते विकल्प हैं जन औषधि : कलेक्टर

बिलासपुर। जन औषधि सप्ताह में महिला सहभागिता को लेकर जिला कार्यालय के सभाकक्ष में मंगलवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नव निर्वाचित महापौर श्रीमती पूजा विधानी सहित निगम की 29 महिला पार्षद और बड़ी संख्या में नगर की महिलाएं शामिल हुई। समारोह का आयोजन जिला रेडक्रास सोसायटी, बिलासपुर द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से किया गया। कलेक्टर अवनीश शरण की अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न हुआ। उन्होंने जन औषधियों की महत्ता बताकर समाज में इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए जन जागरूकता बढ़ाने में सहयोग के लिए महिला जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि महंगे ब्रांडेड दवाइयों के सस्ते विकल्प के रूप में जेनेरिक दवाइयां लोकप्रिय हुए हैं। रेडक्रास सोसायटी की तरफ से महापौर एवं महिला पार्षदों को जेनेरिक दवाईयों से लैस फर्स्ट एड कीट भी वितरित किये।

महापौर पूजा विधानी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनऔषधियां गरीबों के लिए वरदान साबित हुई हैं। गुणवत्ता में ब्राण्डेड दवाईयों के समकक्ष होने के साथ काफी सस्ती भी होती हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां काम करने वाली महिला कर्मचारी पिछले साल एक बार गंभीर रूप से बीमार पड़ गई। डॉक्टर ने उन्हें 6 हजार से ज्यादा की दवाई लिख दी। वह परेशान हो गई। समझाइश पर उन्होंने सिम्स जाकर जनऔषधि दुकान से तमाम दवाईयां खरीदी। मात्र 355 रूपये में छह हजार की वे तमाम दवाईयां मिल गई। वह स्वस्थ होकर फिर से काम करने लगी है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज सभी क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। घर के साथ-साथ समाज में भी जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इसलिए उनका स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने जनऔषधियों का स्वयं उपयोग करने और इसके बारे में जनजाकरूकता फैलाने का संकल्प लिया।

कलेक्टर अवनीश शरण ने इस अवसर पर कहा कि जनऔषधि परियोजना को सफल बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि इलाज आज काफी महंगी हो गई है। हर कोई अपने प्रियजन का उपचार घर-बार बेचकर भी कराना चाहता है। उनका जीवन बचाने में कोई कोर कसर नहीं रखना चाहते । ऐसी हालात में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना बड़ी राहत पहुंचाती हैं। जन औषधि केन्द्रों में काफी सस्ती एवं गुणवत्ता पूर्ण दवाईयां मिलती हैं। 50 से 90 प्रतिशत तक की छूट इन दुकानो में मिलती है। मरीजों की सुविधा के लिए सिम्स एवं जिला अस्पताल में दो जनऔषधि दुकानें रेडक्रास सोसायटी द्वारा चलाई जा रही हैं।

जिला अस्पताल की दुकान को राज्य स्तर पर उत्कृष्टता हासिल हुई है। शहर में इसके अलावा निजी तौर पर 10 जनऔषधियां दुकान संचालित हैं। इनमें तेलीपारा, राजकिशोर नगर, सरकण्डा, मुंगेली नाका इत्यादि हैं। इन सभी दुकानों में बड़े पैमाने पर सफलतापूर्वक दुकानें चल रही है। कलेक्टर ने बताया कि अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को शहर में विशाल ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। कैम्प जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभाकक्ष में सवेरे 10 बजे से शुरू होगा। अब तक 76 लोग ब्लड दान के लिए पंजीयन करा चुके हैं। उन्होंने महापौर एवं पार्षदों को शिविर की कामयाबी में सहयोग देने का अनुरोध किया। जिला पंचायत सीईओ संदीप अगव्राल, सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी, सोसायटी के चेयरमेन व्हीएल गोयल, नोडल अधिकारी प्रणय मजुमदार सहित रेडक्रास सोसायटी की कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Posts

बिलासपुर। जन औषधि सप्ताह में महिला सहभागिता को लेकर जिला कार्यालय के सभाकक्ष में मंगलवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नव निर्वाचित महापौर श्रीमती पूजा विधानी सहित निगम की 29 महिला पार्षद और बड़ी संख्या में नगर की महिलाएं शामिल हुई। समारोह का आयोजन जिला रेडक्रास सोसायटी, बिलासपुर द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से किया गया। कलेक्टर अवनीश शरण की अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न हुआ। उन्होंने जन औषधियों की महत्ता बताकर समाज में इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए जन जागरूकता बढ़ाने में सहयोग के लिए महिला जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि महंगे ब्रांडेड दवाइयों के सस्ते विकल्प के रूप में जेनेरिक दवाइयां लोकप्रिय हुए हैं। रेडक्रास सोसायटी की तरफ से महापौर एवं महिला पार्षदों को जेनेरिक दवाईयों से लैस फर्स्ट एड कीट भी वितरित किये। महापौर पूजा विधानी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनऔषधियां गरीबों के लिए वरदान साबित हुई हैं। गुणवत्ता में ब्राण्डेड दवाईयों के समकक्ष होने के साथ काफी सस्ती भी होती हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां काम करने वाली महिला कर्मचारी पिछले साल एक बार गंभीर रूप से बीमार पड़ गई। डॉक्टर ने उन्हें 6 हजार से ज्यादा की दवाई लिख दी। वह परेशान हो गई। समझाइश पर उन्होंने सिम्स जाकर जनऔषधि दुकान से तमाम दवाईयां खरीदी। मात्र 355 रूपये में छह हजार की वे तमाम दवाईयां मिल गई। वह स्वस्थ होकर फिर से काम करने लगी है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज सभी क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। घर के साथ-साथ समाज में भी जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इसलिए उनका स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने जनऔषधियों का स्वयं उपयोग करने और इसके बारे में जनजाकरूकता फैलाने का संकल्प लिया। कलेक्टर अवनीश शरण ने इस अवसर पर कहा कि जनऔषधि परियोजना को सफल बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि इलाज आज काफी महंगी हो गई है। हर कोई अपने प्रियजन का उपचार घर-बार बेचकर भी कराना चाहता है। उनका जीवन बचाने में कोई कोर कसर नहीं रखना चाहते । ऐसी हालात में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना बड़ी राहत पहुंचाती हैं। जन औषधि केन्द्रों में काफी सस्ती एवं गुणवत्ता पूर्ण दवाईयां मिलती हैं। 50 से 90 प्रतिशत तक की छूट इन दुकानो में मिलती है। मरीजों की सुविधा के लिए सिम्स एवं जिला अस्पताल में दो जनऔषधि दुकानें रेडक्रास सोसायटी द्वारा चलाई जा रही हैं। जिला अस्पताल की दुकान को राज्य स्तर पर उत्कृष्टता हासिल हुई है। शहर में इसके अलावा निजी तौर पर 10 जनऔषधियां दुकान संचालित हैं। इनमें तेलीपारा, राजकिशोर नगर, सरकण्डा, मुंगेली नाका इत्यादि हैं। इन सभी दुकानों में बड़े पैमाने पर सफलतापूर्वक दुकानें चल रही है। कलेक्टर ने बताया कि अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को शहर में विशाल ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। कैम्प जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभाकक्ष में सवेरे 10 बजे से शुरू होगा। अब तक 76 लोग ब्लड दान के लिए पंजीयन करा चुके हैं। उन्होंने महापौर एवं पार्षदों को शिविर की कामयाबी में सहयोग देने का अनुरोध किया। जिला पंचायत सीईओ संदीप अगव्राल, सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी, सोसायटी के चेयरमेन व्हीएल गोयल, नोडल अधिकारी प्रणय मजुमदार सहित रेडक्रास सोसायटी की कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।