रायगढ़। रायगढ़ नगर निगम में बीजेपी के मेयर प्रत्याशी जीवर्धन चौहान ने कांग्रेस की जानकी काटजू को 34 हजार वोटों से हराया है। नगर निगम के 33 वार्डों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस को 12 वार्डों में जीत मिली है। इसके अलावा एक वार्ड में बसपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की और 2 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहे। चुनाव में कुल मतदान प्रतिशत 69.68% रहा।
मेयर और पार्षद चुनाव परिणाम
मेयर पद के लिए कुल 7 प्रत्याशी मैदान में थे और 33 वार्डों में बीजेपी को जीत मिली। कांग्रेस ने 12 वार्डों में जीत दर्ज की, जबकि 2 वार्ड निर्दलीय और 1 वार्ड बसपा के खाते में गया। वार्ड नंबर 18 से पूनम सोलंकी और वार्ड नंबर 45 से नारायण पटेल पहले ही निर्विरोध पार्षद चुने जा चुके थे।
सुशासन और विकास के बल पर बीजेपी की जीत
बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कहा, रायगढ़ की जनता का आशीर्वाद मिलना सुनिश्चित था। पिछले एक साल में जनता ने विकास की राजनीति को देखा है। ईमानदारी से चाय ठेला चलाने वाले जीवर्धन चौहान और भाजपा पार्षदों को जनता का जो समर्थन मिला है, वह हमारे सुशासन और विकास कार्यों का परिणाम है।
बीजेपी की जीत के प्रमुख कारण:
1. विष्णु देव साय के नेतृत्व पर भरोसा
बीजेपी की जीत का एक प्रमुख कारण विष्णु देव साय के नेतृत्व पर जनता का विश्वास है। उन्होंने पार्टी और सरकार के बीच तालमेल स्थापित कर सुशासन को मजबूत किया है।
2. स्थानीय प्रत्याशियों का चयन
बीजेपी ने नगर निगम चुनाव में मजबूत और स्थानीय मुद्दों से जुड़े हुए प्रत्याशी दिए, जिससे पार्टी को वार्डों में भारी समर्थन मिला।
3. कांग्रेस की गुटबाजी
कांग्रेस के भीतर गुटबाजी और आपसी मतभेदों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया, जिससे बीजेपी की राह आसान हो गई।
4. डबल इंजन सरकार में तीसरा इंजन
चौधरी ने कहा, डबल इंजन सरकार में अब तीसरा इंजन भी जुड़ गया है, जिससे छत्तीसगढ़ में विकास की रफ्तार और तेज होगी।
इस तरह रायगढ़ में बीजेपी ने विकास और सुशासन के मुद्दे पर बड़ी जीत दर्ज की।