बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के पौसरी गांव में 55 वर्षीय जामफुल यादव की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। उनका शव घर की कोठी में दबा मिला। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के दो दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया।
भतीजे ने दोस्तों के साथ मिलकर की हत्या
हत्या का मुख्य आरोपी मृतका का भतीजा निकला। पुलिस पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि बुआ की डांट-फटकार और पैसों की जरूरत के कारण उसने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
रात में किया हमला, लूटकर गहने बेचे
हत्या की रात करीब 11 बजे आरोपी ने जामफुल यादव के सिर पर रपली से वार किया। इसके बाद गले से सोने की माला उतारकर उसे 8,000 रुपये में बेच दिया। सबूत मिटाने के लिए घर में आग लगाने की भी कोशिश की गई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, सभी आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार, गहने और एक मोटरसाइकिल बरामद कर ली। मुख्य आरोपी और तीन नाबालिगों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। मामले की जांच में पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह, एएसपी अनुज कुमार और सीएसपी डी.आर. टंडन के मार्गदर्शन में बिल्हा थाना पुलिस की अहम भूमिका रही।
आरोपी –
देवकुमार उर्फ देवा रात्रे पिता रामप्रसाद रात्रे उम्र 35 साल साकिन वार्ड नंबर 01 भोजपुरी थाना हिर्री जिला बिलासपुर (छ.ग.)