बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के एनटीपीसी सीपत संयंत्र में कार्यरत मजदूरों का शोषण लगातार जारी है। सिमर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और उसके पेटी ठेकेदार रंजन कुमार सिंह पर मजदूरों का वेतन रोकने और उन्हें धमकाने के आरोप लगे हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि कई मजदूर भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
मजदूरी न मिलने से संकट में मजदूरों का जीवन
एनटीपीसी सीपत में 35 मजदूरों को जनवरी और फरवरी माह का वेतन नहीं दिया गया। जब मजदूरों ने वेतन मांगने की हिम्मत की तो उन्हें काम से निकाल दिया गया और धमकियां दी गईं। आरोप है कि कंपनी ने उनके गेट पास जब्त कर लिए, जिससे वे अब काम पर भी नहीं जा सकते।
वीडियो वायरल: ठेकेदारों की धमकी सामने आई
मजदूरों ने वेतन न मिलने के खिलाफ बुधवार को एनटीपीसी के मटेरियल गेट के पास प्रदर्शन किया। इसी दौरान सिमर इंफ्रास्ट्रक्चर के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मजदूरों को धमकाने लगे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लेकिन प्रशासन अब तक कोई कदम नहीं उठा सका है।
भुखमरी की कगार पर मजदूर, मकान मालिकों का बढ़ा दबाव
वेतन न मिलने के कारण मजदूरों के सामने राशन तक खरीदने की दिक्कत आ रही है। राशन दुकानदार उधारी देने से मना कर रहे हैं और मकान मालिक घर खाली करने का दबाव बना रहे हैं। मजदूरों ने अपनी शिकायत एनटीपीसी के मानव संसाधन विभाग, सीपत थाने और श्रमायुक्त बिलासपुर को दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले, लेकिन कार्रवाई शून्य
यह पहली बार नहीं है जब एनटीपीसी सीपत में मजदूरी न मिलने की शिकायतें सामने आई हैं। ठेकेदारों द्वारा मजदूरों के शोषण की घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता के चलते अभी तक किसी ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई।
अब सवाल यह है कि कब मिलेगा मजदूरों को उनका हक?
मजदूरों ने सरकार और प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या इस बार प्रशासन और सरकार मजदूरों को उनका हक दिलाने के लिए ठोस कदम उठाएगी, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह दबकर रह जाएगा?