बिलासपुर: सरकंडा क्षेत्र में प्रभारी प्राचार्य की हत्या का खुलासा/
हत्या के पीछे था कुकर्म का गुस्सा
बिलासपुर। बिलासपुर के सरकंडा क्षेत्र के चिल्हाटी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में प्रभारी प्राचार्य मनोज चंद्राकर की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। आरोपी हरीश कुमार पैकरा ने स्वीकार किया कि उसने प्राचार्य के साथ कुकर्म होने के बाद गुस्से में आकर उनकी हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह प्राचार्य की बाइक लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर बाइक जब्त कर ली है।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तार
एएसपी उदयन बेहार ने बताया कि, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी इनपुट के आधार पर आरोपी हरीश को डोंगरगढ़ से गिरफ्तार किया। उसने बताया कि वह प्राचार्य से रेलवे स्टेशन पर मिला था और फिर पार्टी के बहाने उसके साथ कुकर्म किया। नशे की हालत में जब यह घटना घटी, तो गुस्से में आकर हरीश ने तवे से प्राचार्य की हत्या कर दी।
हत्या के बाद फरार होने की योजना
पुलिस ने बताया कि, आरोपी हत्या के बाद हरीश ने प्राचार्य की बाइक लेकर डोंगरगढ़ भागने का प्रयास किया और वहां से महाराष्ट्र जाने की योजना बनाई थी। लेकिन पुलिस की सक्रियता से उसे पकड़ लिया गया।
मुलाकात से लेकर हत्या तक की पूरी कहानी
आरोपी हरीश ने पुलिस को बताया कि वह अपने बड़े भाई के तानों से परेशान होकर घर छोड़कर रेलवे स्टेशन पर रहने आया था, जहां उसकी मुलाकात प्राचार्य से हुई। प्राचार्य ने उसे घर बुलाया, फिर नशे की हालत में कुकर्म किया, जिससे हरीश आहत हो गया और उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस टीम की सक्रियता से खुलासा
इस जटिल मामले को सुलझाने में पुलिस की विशेष टीम की अहम भूमिका रही। इसमें एएसपी राजेंद्र जायसवाल, एएसपी अनुज कुमार, एएसपी उदयन बेहार, सीएसपी सिद्धार्थ बघेल, सरकंडा थाना प्रभारी निलेश पांडेय एसआई कृष्णा साहू, प्रधान आरक्षक प्रमोद सिंह, आरक्षक विवेक राय, राकेश यादव और अन्य अधिकारी शामिल थे।