Thursday, July 31, 2025
Homeअन्य खबरेSunabeda Tiger Reserve : टाइगर रिजर्व में चराई पड़ी महंगी, राजस्थान के...

Sunabeda Tiger Reserve : टाइगर रिजर्व में चराई पड़ी महंगी, राजस्थान के 8 आरोपी गिरफ्तार, जेल भेजने की तैयारी में वन विभाग…

Sunabeda Tiger Reserve : टाइगर रिजर्व में चराई पड़ी महंगी, राजस्थान के 8 आरोपी गिरफ्तार, Sunabeda Tiger Reserve : गरियाबंद। वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग ने एक बार फिर सख्ती दिखाई है। सुनाबेड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में प्रतिबंधित जंगलों में भेड़-बकरी चराते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई आमामोरा रेंज के ओढ़ के जंगल क्षेत्र में वन विभाग और एंटी-पैचिंग टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई। (Sunabeda Tiger Reserve)

यह भी पढ़ें :- ChairmanPostFraud : खनिज निगम में चेयरमैन बनाने का झांसा देकर BJP नेता से 41 लाख की ठगी, FIR दर्ज…

जानकारी के अनुसार, यह सभी आरोपी राजस्थान राज्य के निवासी हैं, जो अवैध रूप से सुनाबेड़ा के सुरक्षित वन्य क्षेत्र में मवेशी चरा रहे थे। यह क्षेत्र संरक्षित टाइगर रिजर्व में आता है, जहां किसी भी तरह की मानव गतिविधि और पशु चराई पूरी तरह से प्रतिबंधित है। आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कड़ी धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। वन विभाग ने उन्हें हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और उन्हें न्यायिक रिमांड में भेजने की प्रक्रिया भी चल रही है।

यह भी पढ़ें :- Money Laundering Case : छत्तीसगढ़ शराब कांड : पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को भेजा गया 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, ईडी ने शराब घोटाले में किए बड़े खुलासे…

Sunabeda Tiger Reserve : अंजनेय यूनिवर्सिटी

वन अधिकारियों का कहना है कि टाइगर रिजर्व जैसे अति-संवेदनशील क्षेत्रों में अवैध प्रवेश और चराई से न केवल जैव विविधता को खतरा होता है, बल्कि वन्यप्राणियों के प्राकृतिक आवास पर भी असर पड़ता है। यही कारण है कि इस तरह की गतिविधियों को लेकर विभाग लगातार निगरानी और गश्त बढ़ा रहा है।

यह भी पढ़ें :- SnakeBite Awareness : सांप के काटने से मासूम बच्ची की मौत, परिवार में मचा कोहराम…

वन विभाग की इस कार्रवाई को वन्यजीवों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विभाग ने आम जनता से भी अपील की है कि वे संरक्षित क्षेत्रों की मर्यादा का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल विभाग को दें।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Posts

Sunabeda Tiger Reserve : टाइगर रिजर्व में चराई पड़ी महंगी, राजस्थान के 8 आरोपी गिरफ्तार, Sunabeda Tiger Reserve : गरियाबंद। वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग ने एक बार फिर सख्ती दिखाई है। सुनाबेड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में प्रतिबंधित जंगलों में भेड़-बकरी चराते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई आमामोरा रेंज के ओढ़ के जंगल क्षेत्र में वन विभाग और एंटी-पैचिंग टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई। (Sunabeda Tiger Reserve) यह भी पढ़ें :- ChairmanPostFraud : खनिज निगम में चेयरमैन बनाने का झांसा देकर BJP नेता से 41 लाख की ठगी, FIR दर्ज… जानकारी के अनुसार, यह सभी आरोपी राजस्थान राज्य के निवासी हैं, जो अवैध रूप से सुनाबेड़ा के सुरक्षित वन्य क्षेत्र में मवेशी चरा रहे थे। यह क्षेत्र संरक्षित टाइगर रिजर्व में आता है, जहां किसी भी तरह की मानव गतिविधि और पशु चराई पूरी तरह से प्रतिबंधित है। आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कड़ी धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। वन विभाग ने उन्हें हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और उन्हें न्यायिक रिमांड में भेजने की प्रक्रिया भी चल रही है। यह भी पढ़ें :- Money Laundering Case : छत्तीसगढ़ शराब कांड : पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को भेजा गया 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, ईडी ने शराब घोटाले में किए बड़े खुलासे… Sunabeda Tiger Reserve : अंजनेय यूनिवर्सिटी वन अधिकारियों का कहना है कि टाइगर रिजर्व जैसे अति-संवेदनशील क्षेत्रों में अवैध प्रवेश और चराई से न केवल जैव विविधता को खतरा होता है, बल्कि वन्यप्राणियों के प्राकृतिक आवास पर भी असर पड़ता है। यही कारण है कि इस तरह की गतिविधियों को लेकर विभाग लगातार निगरानी और गश्त बढ़ा रहा है। यह भी पढ़ें :- SnakeBite Awareness : सांप के काटने से मासूम बच्ची की मौत, परिवार में मचा कोहराम… वन विभाग की इस कार्रवाई को वन्यजीवों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विभाग ने आम जनता से भी अपील की है कि वे संरक्षित क्षेत्रों की मर्यादा का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल विभाग को दें।