बिलासपुर। बिलासपुर जिले के कोनी स्थित बॉम्बे अटल आवास में अवैध कब्जों को लेकर नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। आईएचएसडीपी योजना के तहत गरीबों के लिए बनाए गए इन मकानों में लंबे समय से कई लोगों ने बिना भुगतान या अनुचित तरीके से कब्जा कर रखा था। मंगलवार को नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और कई मकानों को खाली कराया।
नगर निगम की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, 23 ऐसे लोग चिन्हित किए गए हैं जिन्होंने अब तक आवास की निर्धारित राशि जमा नहीं की है। वहीं, कुछ मामलों में असली आवंटी ने मकान को किराए पर चढ़ा दिया था, जो योजना के नियमों का उल्लंघन है। उदाहरण के तौर पर सी-115 नंबर मकान का आवंटन मंजू पांडेय के नाम पर था, लेकिन यह किराए पर चल रहा था। इसी तरह, सी2-03 के आवंटी हिरमती और हरीश साहू ने भी मकान किराए पर दे रखा था।
कार्रवाई के दौरान सी 3-01, सी 4-08 (किरण विश्वकर्मा/लक्ष्मण विश्वकर्मा), सी 1-14 (परदेशीन बाई/राजा राम), और सी 2-20 (गायत्री कौशिक/लाल कौशिक) जैसे कई मकान खाली मिले। इन पर अब नगर निगम ने अपने ताले लगा दिए हैं।
एक हैरान करने वाला मामला देवरीखुर्द अटल आवास से सामने आया, जहां एक मकान में ‘चिल्ला मुबारक दरबार’ नाम से अवैध धार्मिक गतिविधियां संचालित की जा रही थीं। इस मकान को भी निगम ने खाली करा लिया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि कुछ पार्षदों की मिलीभगत से अवैध कब्जे कराए जा रहे थे और इसके बदले पैसे भी वसूले जा रहे थे।
नगर निगम के कार्यपालन अभियंता एसपी साहू के मुताबिक, शहर में अटल और आईएचएसडीपी योजनाओं के तहत 39 स्थानों पर गरीबों के लिए मकान बनाए गए हैं। हालिया सर्वे में 49 स्थानों पर अपात्र लोगों द्वारा कब्जा किया जाना पाया गया। इसके साथ ही 2087 ऐसे लाभार्थी भी चिन्हित किए गए हैं जिन्होंने 30 से 33 हजार रुपये की राशि नहीं चुकाई है और मकानों को किराए पर दे रखा है।
अब निगम इन सभी मकानों को खाली करवाकर पात्र लोगों को पुनः आबंटित करने की तैयारी में है। निगम की यह सख्ती आने वाले समय में अन्य स्थानों पर भी दिखाई दे सकती है।