बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के सिविल लाइन पुलिस ने नायब तहसीलदार श्वेता यादव के पति और निगम अधिकारी सुरेश बरुआ के पुत्र अभय बरुआ को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अभय बरुआ ने इंदु चौक निवासी महेशचंद्र अग्रवाल को उनकी जमीन पर कब्जा करने और जान से मारने की धमकी दी थी।
जानकारी के अनुसार , घटना की शुरुआत तब हुई जब महेश चंद्र अग्रवाल ने सिविल लाइन थाना में एक लिखित शिकायत की जिसमें उन्होंने कहा कि इंदु चौक में उसकी जमीन है, जो अभय बरुआ की जमीन से लगी हुई है। महेश चंद्र अग्रवाल के मुताबिक अभय बरुआ उनके घर पर आकर उन्हें धमकी देते हुए कह रहे थे। कि वह उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहता हैं। अभय ने महेश से कहा कि यदि वो जमीन उन्हें नहीं देंगे तो वह उसे जान से मार देंगे।
महेशचंद्र अग्रवाल ने घटना के तुरंत बाद सिविल लाइन थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभय बरुआ को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, पुलिस ने थाने में ही उसे मुचलके पर रिहा कर दिया?
अभय बरुआ का आपराधिक इतिहास पहले से ही विभिन्न थानों में दर्ज है, बावजूद इसके पुलिस का उसे तुरंत छोड़ देना सवालों के घेरे में है। शहर में इस पूरे मामले को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है, और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। जानकारों का मानना है कि इस तरह का रवैया कानून व्यवस्था के लिए खतरा साबित हो सकता है।