Sunday, June 8, 2025
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पति और बच्चों को छोड़ प्रेमी संग चली गई महिला, “नीले ड्रम” जैसी धमकी से कांपा परिवार, पति की सलाह, लव मैरिज मत करना….

कोरबा। कोरबा जिले में एक दिल दहला देने वाला पारिवारिक मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने पति और दो मासूम बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ जाने का फैसला कर लिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जब पति ने इसका विरोध किया, तो महिला ने उसे ‘नीले ड्रम’ जैसी घटना की धमकी दी, जिससे परिवार में दहशत फैल गई है।

घटना मानिकपुर पुलिस चौकी क्षेत्र की है। 26 वर्षीय संजय जांगड़े, जो SECL की आउटसोर्सिंग कंपनी में ड्राइवर है, ने वर्ष 2017 में रुखसाना बानो (24) से लव मैरिज की थी। शादी के शुरुआती साल खुशहाल रहे, लेकिन बीते कुछ महीनों में रुखसाना का बर्ताव बदलने लगा था। संजय को शक हुआ और जब उसने पत्नी की कॉल डिटेल निकलवाई, तो रुखसाना और सूरज महतो नामक युवक के बीच गहरे संबंधों की जानकारी मिली।

संजय के मुताबिक, सूरज बिहार का निवासी है और कोरबा में एक दुकान में काम करता है। मोबाइल फोन के जरिए दोनों के बीच प्रेम संबंध शुरू हुआ और फिर मुलाकातों का सिलसिला भी बढ़ा। जब संजय ने विरोध किया तो रुखसाना ने धमकी दी कि अगर उसे प्रेमी के पास जाने से रोका गया तो वह ‘नीले ड्रम’ जैसी वारदात को अंजाम दे देगी। इतना ही नहीं, उसने बच्चों को भी जान से मारने की धमकी दी।

यह ‘नीला ड्रम’ प्रकरण उत्तर प्रदेश के मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर की हत्या से जुड़ा है, जिसमें शव को नीले प्लास्टिक ड्रम में भर कर रखा गया था। इस घटना का जिक्र कर रुखसाना ने संजय को डराया। कई बार समझाने की कोशिश के बाद भी रुखसाना नहीं मानी और आखिरकार वह 6 जून की शाम अपने प्रेमी सूरज महतो के साथ मानिकपुर चौकी पहुंची। वहां उसने पुलिस के सामने पति और बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ रहने की बात कही। पति संजय ने पहले 3 अप्रैल को पत्नी की गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी।

रुखसाना के जाने के बाद उनके दो बच्चे – 6 साल का बेटा और 4 साल की बेटी – मां के वियोग में बुरी तरह रो रहे हैं। संजय अब इस पूरी घटना से टूट चुका है और उसने लोगों को मीडिया के माध्यम से सलाह दी कि “लव मैरिज मत करना, वरना अंजाम ऐसा हो सकता है।”

पुलिस ने इसे आपसी सहमति का मामला बताते हुए फिलहाल किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से इनकार किया है। हालांकि, संजय और बच्चों की हालत ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि रिश्तों में विश्वास टूटने की कीमत सबसे ज्यादा मासूम बच्चों को क्यों चुकानी पड़ती है।

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कोरबा। कोरबा जिले में एक दिल दहला देने वाला पारिवारिक मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने पति और दो मासूम बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ जाने का फैसला कर लिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जब पति ने इसका विरोध किया, तो महिला ने उसे 'नीले ड्रम' जैसी घटना की धमकी दी, जिससे परिवार में दहशत फैल गई है। घटना मानिकपुर पुलिस चौकी क्षेत्र की है। 26 वर्षीय संजय जांगड़े, जो SECL की आउटसोर्सिंग कंपनी में ड्राइवर है, ने वर्ष 2017 में रुखसाना बानो (24) से लव मैरिज की थी। शादी के शुरुआती साल खुशहाल रहे, लेकिन बीते कुछ महीनों में रुखसाना का बर्ताव बदलने लगा था। संजय को शक हुआ और जब उसने पत्नी की कॉल डिटेल निकलवाई, तो रुखसाना और सूरज महतो नामक युवक के बीच गहरे संबंधों की जानकारी मिली। संजय के मुताबिक, सूरज बिहार का निवासी है और कोरबा में एक दुकान में काम करता है। मोबाइल फोन के जरिए दोनों के बीच प्रेम संबंध शुरू हुआ और फिर मुलाकातों का सिलसिला भी बढ़ा। जब संजय ने विरोध किया तो रुखसाना ने धमकी दी कि अगर उसे प्रेमी के पास जाने से रोका गया तो वह 'नीले ड्रम' जैसी वारदात को अंजाम दे देगी। इतना ही नहीं, उसने बच्चों को भी जान से मारने की धमकी दी। यह 'नीला ड्रम' प्रकरण उत्तर प्रदेश के मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर की हत्या से जुड़ा है, जिसमें शव को नीले प्लास्टिक ड्रम में भर कर रखा गया था। इस घटना का जिक्र कर रुखसाना ने संजय को डराया। कई बार समझाने की कोशिश के बाद भी रुखसाना नहीं मानी और आखिरकार वह 6 जून की शाम अपने प्रेमी सूरज महतो के साथ मानिकपुर चौकी पहुंची। वहां उसने पुलिस के सामने पति और बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ रहने की बात कही। पति संजय ने पहले 3 अप्रैल को पत्नी की गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी। रुखसाना के जाने के बाद उनके दो बच्चे – 6 साल का बेटा और 4 साल की बेटी – मां के वियोग में बुरी तरह रो रहे हैं। संजय अब इस पूरी घटना से टूट चुका है और उसने लोगों को मीडिया के माध्यम से सलाह दी कि “लव मैरिज मत करना, वरना अंजाम ऐसा हो सकता है।” पुलिस ने इसे आपसी सहमति का मामला बताते हुए फिलहाल किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से इनकार किया है। हालांकि, संजय और बच्चों की हालत ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि रिश्तों में विश्वास टूटने की कीमत सबसे ज्यादा मासूम बच्चों को क्यों चुकानी पड़ती है।