बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ‘सुशासन तिहार’ के तीसरे चरण के दूसरे दिन बेमेतरा जिले के ग्राम सहसपुर का आकस्मिक दौरा किया। उनके अचानक आगमन से ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से फूल-मालाओं और आरती से मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने गांव के पुराने बरगद पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर खाट पर बैठते हुए ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। उन्होंने न केवल लोगों की समस्याएं सुनीं, बल्कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं पर जनता की राय भी जानी। कई मामलों में उन्होंने मौके पर ही त्वरित समाधान भी दिए।
इसके पूर्व सीएम साय ने ऐतिहासिक कवर्धा जिले में स्थित 13वीं-14वीं शताब्दी के फणीवंशीय राजाओं द्वारा निर्मित प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। ‘सुशासन तिहार’ के तहत मुख्यमंत्री बिना पूर्व सूचना के जिलों का दौरा कर रहे हैं, जिससे प्रशासन की वास्तविक स्थिति और योजनाओं की जमीनी हकीकत का आकलन हो सके। यह पहल शासन को जवाबदेह और जनोन्मुखी बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम मानी जा रही है।
सहसपुर ग्राम पंचायत में ग्रामीणों से बातचीत के बाद जरूरतों को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज कई घोषणाएं की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बेमेतरा जिले के ग्राम सहसपुर में 13वीं- 14वीं शताब्दी में निर्मित भगवान शिव और हनुमान के प्राचीन मंदिर के दर्शन किए। सीएम ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
उल्लेखनीय है कि ग्राम-सहसपुर में यह प्राचीन मंदिर कवर्धा के फणिनागवंशी राजाओं द्वारा नागर शैली में निर्मित किया गया था। यह मंदिर इस बात का जीवंत सबूत है की छत्तीसगढ़ की धरती में धर्म और आस्था के बीज बहुत पुराने हैं। आज भी इन मंदिरों का पुराना वैभव यथावत है। ये मंदिर छत्तीसगढ़ की समृद्ध वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। सोलह स्तम्भों पर टिका शिव मंदिर और आठ स्तम्भों का हनुमान मंदिर बहुत सुंदर प्रतीत होता है। ये अपने कालखंड की एक निशानी के तौर पर मौजूद हैं और हमारी समृद्ध कला संस्कृति का भी परिचय देते हैं।