बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के न्यायधानी में पुलिस ने नशे के कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई की है, जिसमें दो प्रमुख आरोपियों से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाइयाँ बरामद की गई हैं। गिरोह का सरगना विक्रांत सरकार, जो रायपुर का निवासी है, एक सोशल मीडिया एनफ्लूएंसर है और उसके एक लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। पुलिस का दावा है कि इस अवैध कारोबार में मेडिकल व्यवसायी भी शामिल हैं, जिनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
ऑपरेशन प्रहार का आरंभ
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जिले में नशे के सौदागरों के खिलाफ ‘ऑपरेशन प्रहार’ शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत नशे के अवैध कारोबारियों की जड़ों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। इस संदर्भ में, 26 सितंबर को जरहाभाटा के मिनी बस्ती से एक महिला, कल्पना कुर्रे, और एक नाबालिग को नशीली दवाओं के साथ पकड़ा गया था। इसके बाद, 22 अक्टूबर को सृष्टि कुर्रे को भी नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया गया।
सोशल मीडिया पर सक्रिय विक्रांत सरकार
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि रायपुर निवासी विक्रांत सरकार और रविशंकर मरकाम नशीले पदार्थों का ऑर्डर ऑनलाइन पार्सल के जरिए करते थे। विक्रांत एक इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक प्रोड्यूसर भी है और DJ चला रहा था। उसकी फार्मेसी की डिग्री भी है, जिसके आधार पर वह थोक में नशीली दवाइयाँ मंगवाता था।
42 लाख का नशीला सामान बरामद
पुलिस को सूचना मिली कि विक्रांत और रविशंकर एक टाटा इलेक्ट्रिक कार में नशीला सामान लेकर बिलासपुर आ रहे हैं। पुलिस ने नाकेबंदी की और उनकी कार की तलाशी लेने पर प्रतिबंधित इंजेक्शन और टेबलेट्स बरामद की। पुलिस ने आरोपियों की इलेक्ट्रिक कार और दो मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 42 लाख रुपए बताई जा रही है।
आगे की कार्रवाई
एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि इस मामले में सभी शामिल लोगों की वित्तीय जांच की जाएगी ताकि नशे के कारोबार से अर्जित अवैध संपत्तियों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने अन्य संदिग्ध मेडिकल व्यवसायियों की जानकारी भी प्राप्त की है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
पुलिस की यह कार्रवाई नशे के खिलाफ उठाए गए ठोस कदमों का प्रतीक है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा और व्यवस्था को बनाए रखने में मदद मिलेगी।