बिलासपुर। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGU) में आयोजित एनएसएस शिविर के दौरान जबरन नमाज पढ़वाने के आरोप में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए तत्कालीन एनएसएस प्रभारी प्रो. दिलीप झा को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में कुल 9 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, जिनमें अन्य 8 कार्यक्रम अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह कार्रवाई बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर की गई। कोटा पुलिस ने दिलीप झा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य आरोपी कार्यक्रम अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई तेज हो सकती है।
दरअसल, यह मामला 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक कोटा क्षेत्र के ग्राम शिवतराई में आयोजित सात दिवसीय एनएसएस शिविर से जुड़ा है। शिविर में कुल 159 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से केवल 4 छात्र मुस्लिम समुदाय से थे। आरोप है कि 31 मार्च को ईद के दिन सुबह हिंदू छात्रों को जबरन नमाज पढ़ाई गई थी।
इस घटना के बाद एबीवीपी और अन्य हिंदू संगठनों ने विश्वविद्यालय परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था। दबाव बढ़ने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्कालीन समन्वयक दिलीप झा को पद से हटाकर प्रो. राजेंद्र कुमार मेहता को नया एनएसएस प्रभारी नियुक्त किया था। साथ ही 12 कार्यक्रम अधिकारियों को भी हटा दिया गया था।
अब पुलिस की कार्रवाई ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है। सूत्रों की मानें तो आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि इस प्रकरण में धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन और जबरन धार्मिक गतिविधियां थोपने जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं।