Monday, June 16, 2025
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मंगला कोटवार प्रमिला मानिकपुरी पर जमीन धोखाधड़ी का अपराध दर्ज, जाँच के दायरे में आये तत्कालीन तहसीलदार और पटवारी किशन धीवर

बिलासपुर। जिले में आख़िरकार लम्बे समय बाद सिविल लाइन पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाली महिला कोटवार समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। जिनकी तलाश की जा रही है।

आपको बता दे प्रार्थी राहुल यादव ने सिविल लाइन थाना में एक शिकायत दर्ज किया था की उसने मंगला में एक जमीन फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। जिसमे मंगला की कोटवार प्रमिला मानिकपुरी ने सांठ गांठ करके जमीन किसी दूसरे को बेच दिया था। जबकि नियम से एक जमीन को एक ही व्यक्ति को बेचा जा सकता है।

इसके बाद भी महिला ने भरोसे का फायदा उठाकर जमीन को किसी और के नाम रजिस्ट्री कर द। आरोप है की तत्कालीन पटवारी किशन लाल धीवर और तत्कालीन तहसीलदार रमेश मोर भी शामिल है। जिनकी मिली भगत के कारण जमीन का फर्जीवाड़ा हुआ है. इस मामले को जब सिविल लाइन पुलिस ने गंभीरता से लिया और जाँच किया तो वाकई में महिला प्रमिला मानिकपुरी ने षड़यंत्रपूर्वक जमीन मे हेराफेरी की थी। जिसके बाद पुलिस ने मामले में आरोपी प्रमिला मानिकपुरी और अन्य के खिलाफ धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।

इधर शिकायत करने वाले ने बताया है की मामला लाखो का नही करोड़ो का जिसमे राजस्व के अफसर भी जुड़े हुए है। यही कारण है एक जमीन को फर्जी तरीके से बेच दिए और किसी को भनक तक नहीं लगने दी। प्रार्थी राहुल यादव ने यह भी कहा की उक्त जमीन को जब वह सौदा कर चुका था तो वह कोटवार किसी और से सौदा कैसे कर सकती थी।

इसके बाद जब उससे पैसो की मांग की गयी तो वह टाल मटोल करती रही। तब कही जाकर थाना में सुचना दिया गया। प्रार्थी ने यह भी कहा की यह तो सिर्फ एक मामला है अगर पुलिस और तहसीलदार समेत राजस्व विभाग बारीकी से जाँच करे तो कई खुलासे हो सकते है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जाँच में जुटी हुई है।

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बिलासपुर। जिले में आख़िरकार लम्बे समय बाद सिविल लाइन पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाली महिला कोटवार समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। जिनकी तलाश की जा रही है। आपको बता दे प्रार्थी राहुल यादव ने सिविल लाइन थाना में एक शिकायत दर्ज किया था की उसने मंगला में एक जमीन फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। जिसमे मंगला की कोटवार प्रमिला मानिकपुरी ने सांठ गांठ करके जमीन किसी दूसरे को बेच दिया था। जबकि नियम से एक जमीन को एक ही व्यक्ति को बेचा जा सकता है। इसके बाद भी महिला ने भरोसे का फायदा उठाकर जमीन को किसी और के नाम रजिस्ट्री कर द। आरोप है की तत्कालीन पटवारी किशन लाल धीवर और तत्कालीन तहसीलदार रमेश मोर भी शामिल है। जिनकी मिली भगत के कारण जमीन का फर्जीवाड़ा हुआ है. इस मामले को जब सिविल लाइन पुलिस ने गंभीरता से लिया और जाँच किया तो वाकई में महिला प्रमिला मानिकपुरी ने षड़यंत्रपूर्वक जमीन मे हेराफेरी की थी। जिसके बाद पुलिस ने मामले में आरोपी प्रमिला मानिकपुरी और अन्य के खिलाफ धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है। इधर शिकायत करने वाले ने बताया है की मामला लाखो का नही करोड़ो का जिसमे राजस्व के अफसर भी जुड़े हुए है। यही कारण है एक जमीन को फर्जी तरीके से बेच दिए और किसी को भनक तक नहीं लगने दी। प्रार्थी राहुल यादव ने यह भी कहा की उक्त जमीन को जब वह सौदा कर चुका था तो वह कोटवार किसी और से सौदा कैसे कर सकती थी। इसके बाद जब उससे पैसो की मांग की गयी तो वह टाल मटोल करती रही। तब कही जाकर थाना में सुचना दिया गया। प्रार्थी ने यह भी कहा की यह तो सिर्फ एक मामला है अगर पुलिस और तहसीलदार समेत राजस्व विभाग बारीकी से जाँच करे तो कई खुलासे हो सकते है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जाँच में जुटी हुई है।