बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के तारबाहर थाना क्षेत्र में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री नवीन मसीह पर एक घर में घुसकर महिलाओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया। बताया जा रहा है कि, पीड़ित पक्ष की शिकायत के बावजूद पहले पुलिस ने उन्हीं के खिलाफ मामला दर्ज किया था। हालांकि, वीडियो के वायरल होने और अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद भाजपा नेता नवीन मसीह के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, तारबाहर थाना क्षेत्र में रहने वाला नवीन मसीह भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का महामंत्री है। उसका अपने ही परिवार के राकेश मसीह के साथ जमीन विवाद चल रहा है। इसी जमीन में विवाद चलते रविवार को नवीन मसीह और उसके साथियों ने राकेश मसीह के घर में घुसकर मारपीट और गाली गलौज की। इस दौरान बच्चों को भी पीटा गया। महिलाओं ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया। वीडियो में नवीन मसीह महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करते हुए दिखाई दे रहा है।
मोहल्लेवासियों का आरोप है कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री नवीन मसीह और उनके सहयोगी लंबे समय से इलाके में आम नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार करते आ रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, नवीन मसीह खुद को राजनीतिक रसूख वाला बताकर मोहल्ले में दहशत फैलाते हैं। उन पर महिलाओं से अभद्रता, गरीबों से जबरन पैसे वसूलने और नशाखोरी जैसी गतिविधियों में संलिप्त रहने के आरोप भी लगे हैं। मोहल्लेवासियों का यह भी कहना है कि जब वे इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाते हैं, तो थाना क्षेत्र के अधिकारी राजनीतिक दबाव के चलते कार्रवाई करने से बचते हैं। हाल ही में सामने आए एक वीडियो में नवीन मसीह को एक घर में घुसकर महिलाओं से झगड़ते और मारपीट करते हुए देखा गया, जहाँ महिलाएं चीखते हुए नजर आती हैं।
आरोप है कि जब पीड़ित महिलाएं अपने परिजनों के साथ शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचीं, तो पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करने के बजाय उन्हें घंटों बैठाए रखा। इतना ही नहीं, पीड़ितों का दावा है कि पुलिस ने उनकी एफआईआर दर्ज करने की बजाय उल्टा उनके ही चार परिजनों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज कर लिया।
पुलिस कार्रवाई से आहत पीड़ित पक्ष ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर दिया, जो तेजी से वायरल हो गया। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया और भाजपा नेता नवीन मसीह व उनके सहयोगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। मामले में पुलिस के रवैये को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।