Monday, June 16, 2025
HomeUncategorizedबीजापुर में नक्सलियों का नया दांव: पुलिस कैंप पर फायरिंग, तीन दिन...

बीजापुर में नक्सलियों का नया दांव: पुलिस कैंप पर फायरिंग, तीन दिन में दूसरा हमला, हिडमा की साजिश या रणनीति?

बीजापुर में नक्सलियों का हमला: पुलिस कैंप पर फायरिंग  

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार सुबह नक्सलियों ने पामेड़ थाना अंतर्गत जीड़पल्ली पुलिस बेस कैंप पर हमला किया। एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फायरिंग के दौरान किसी भी जवान के हताहत होने की सूचना नहीं है।

हमले के पीछे हिडमा का हाथ होने की आशंका  

सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नेता हिडमा की भूमिका हो सकती है। अचानक हुए इस हमले को सुरक्षाबलों का ध्यान भटकाने की नक्सली रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।

बस्तर संभाग में तीन दिनों में दूसरा नक्सल हमला  

बीते तीन दिनों में यह दूसरा नक्सल हमला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बड़े नक्सली नेता सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जुटे हैं और इस दौरान इस तरह के हमले कर सुरक्षाबलों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

कांकेर जिले में मुठभेड़ में भारी पड़े जवान  

इससे पहले, 6 दिसंबर को कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा क्षेत्र के कुरकुंज जंगल में डीआरजी और बीएसएफ की टीम ने नक्सलियों के साथ मुठभेड़ की थी। करीब एक घंटे चली इस मुठभेड़ में जवान भारी पड़े, जिसके बाद नक्सली भाग खड़े हुए। मौके से हथियार और नक्सली सामग्री बरामद की गई थी।

बढ़ते नक्सली हमलों पर पुलिस सतर्क  

लगातार बढ़ती नक्सली गतिविधियों के मद्देनजर पुलिस और सुरक्षाबल सतर्क हैं। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है और संभावित नक्सली ठिकानों पर नजर रखी जा रही है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Posts

बीजापुर में नक्सलियों का हमला: पुलिस कैंप पर फायरिंग   बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार सुबह नक्सलियों ने पामेड़ थाना अंतर्गत जीड़पल्ली पुलिस बेस कैंप पर हमला किया। एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फायरिंग के दौरान किसी भी जवान के हताहत होने की सूचना नहीं है। हमले के पीछे हिडमा का हाथ होने की आशंका   सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नेता हिडमा की भूमिका हो सकती है। अचानक हुए इस हमले को सुरक्षाबलों का ध्यान भटकाने की नक्सली रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। बस्तर संभाग में तीन दिनों में दूसरा नक्सल हमला   बीते तीन दिनों में यह दूसरा नक्सल हमला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बड़े नक्सली नेता सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जुटे हैं और इस दौरान इस तरह के हमले कर सुरक्षाबलों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। कांकेर जिले में मुठभेड़ में भारी पड़े जवान   इससे पहले, 6 दिसंबर को कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा क्षेत्र के कुरकुंज जंगल में डीआरजी और बीएसएफ की टीम ने नक्सलियों के साथ मुठभेड़ की थी। करीब एक घंटे चली इस मुठभेड़ में जवान भारी पड़े, जिसके बाद नक्सली भाग खड़े हुए। मौके से हथियार और नक्सली सामग्री बरामद की गई थी। बढ़ते नक्सली हमलों पर पुलिस सतर्क   लगातार बढ़ती नक्सली गतिविधियों के मद्देनजर पुलिस और सुरक्षाबल सतर्क हैं। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है और संभावित नक्सली ठिकानों पर नजर रखी जा रही है।