रायपुर। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने बीती रात एक निर्णायक कदम उठाते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया। इस सैन्य अभियान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और सभी हमले सफल रहे।
सेना की इस सख्त कार्रवाई के बाद देशभर में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और अन्य प्रमुख नेताओं ने सेना की इस बहादुरी की सराहना करते हुए इसे आतंक के खिलाफ एक मजबूत संदेश बताया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “हर हर महादेव, वंदे मातरम् ”
वहीं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा का भी प्रतिक्रया सामने आई है। उन्होंने भी सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो जारी करते हुए लिखा कि ऑपरेशन सिंदूर “चुन चुन कर बदला लिया जाएगा”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “इंडियन आर्मी ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंक के खिलाफ मुंह तोड़ जवाब दिया है। पूरा देश भारत के वीर जवानों के साथ खड़ा है। जय हिंद!”#आपरेशन_सिंदूर और #OperationSindoor
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने भी X पर पोस्ट साझा कर भारतीय सेना के रुख का समर्थन किया। उन्होंने लिखा, “भारत ने पाकिस्तान और पीओके से आने वाले आतंकवाद के खिलाफ अडिग और निर्णायक रुख अपनाया है। राष्ट्रीय हित से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद से ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सरकार और सशस्त्र बलों को हर आवश्यक और सख़्त कदम उठाने में पूरा समर्थन दिया है। यह एकता और एकजुटता का समय है।” सिंहदेव ने भारतीय जवानों की बहादुरी और संकल्प को नमन करते
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने ‘ऑपरेशन कारगर’ को लेकर कहा कि भारत किसी भी मायने में कमज़ोर नहीं है। यदि कोई भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को चुनौती देगा, तो उसे कठोर जवाब मिलेगा।
उन्होंने बताया कि जिस दिन कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, उसी दिन राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि हम इस मुद्दे पर भारत सरकार के साथ खड़े हैं और सरकार से कड़ा कदम उठाने की अपेक्षा करते हैं। आज भारत ने पाक प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ सख़्त कदम उठाया है, जो सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि जब बात देश की हो, तो राजनीति से ऊपर उठकर एकजुटता दिखाना ज़रूरी है। जिस प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बाँटा था, उसी दृढ़ता की आवश्यकता आज भी है। बलूचिस्तान और अन्य शोषित क्षेत्रों के नागरिकों को न्याय दिलाने के लिए भारत को निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए।