बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के कोटा थाना क्षेत्र के लमेर घाट में सोमवार को रेत माफियाओं के दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में गोली चलने की घटना सामने आई है। गोली लगने से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, गोली लगने वाला युवक गिरजाशंकर (दीपक) यादव, पिता मनीराम यादव, ग्राम लमेर निवासी है। उसे प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर स्थिति में अस्पताल ले जाया गया। घायल को अस्पताल पहुँचाने और भर्ती कराने वाले युवक की पहचान छबि यादव, पिता संतोष यादव, ग्राम लमेर निवासी के रूप में हुई है।
यह घटना उस समय हुई जब घाट के स्वामित्व को लेकर रेत माफियाओं के दो गुटों के बीच तीखी बहस हुई, जो बाद में हिंसक झड़प में बदल गई। विवाद के दौरान एक पक्ष ने फायरिंग कर दी, जिससे गिरजाशंकर यादव को गोली लग गई। इस घटना के पीछे अवैध रेत कारोबार में संलिप्त एक संगठित गिरोह का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि, कोटा थाना क्षेत्र के लमेर गांव में 5 मई की शाम करीब 6 बजे एक युवक के पैर में गोली लगने की घटना सामने आई है। पुलिस के अनुसार, दीपक यादव अपने एक मित्र के साथ गांव मंदिर के पास खड़ा हुआ था, तभी वहां छवि यादव पहुंचे। छवि यादव के पास एक पिस्तौल थी, जिसे देखकर दीपक ने उसे नकली समझा और उससे बातचीत करने लगे। बातचीत के दौरान अचानक पिस्तौल से फायर हो गया, जिससे गोली दीपक के पैर में जा लगी।
घटना के तुरंत बाद छवि यादव ने घायल दीपक को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे सिम्स अस्पताल रेफर कर दिया। सिम्स में उचित इलाज नहीं मिलने पर परिजन दीपक को एक निजी अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस ने घटना के बाद छवि यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। घटनास्थल की बारीकी से जांच की जा रही है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि पिस्टल कहां से आई और गोली वास्तव में कैसे चली। जल्द ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा होने की उम्मीद है।