Saturday, May 3, 2025
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बिलासपुर में गूंजा स्वास्थ्य अधिकार का स्वर, कांग्रेस ने निकाली न्याय यात्रा, कांग्रेस का आरोप – अपोलो अस्पताल में फर्जी डॉक्टरों की मिलीभगत…

बिलासपुर। प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और अपोलो अस्पताल में फर्जी डॉक्टर द्वारा की गई लापरवाहियों के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने ‘स्वास्थ्य न्याय यात्रा’ का आयोजन किया। यह यात्रा उस प्रकरण के विरोध में निकाली गई जिसमें अपोलो अस्पताल में नरेंद्र जॉन केम नामक फर्जी डॉक्टर द्वारा इलाज के दौरान कई मरीजों की मौत हो गई थी।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही का अभाव है। यात्रा का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और विधायक देवेंद्र यादव ने किया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और आम नागरिक भी इस आंदोलन में शामिल हुए।

पार्टी नेताओं ने कहा कि जब तक दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार नहीं किया जाता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

रैली के दौरान कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही और मरीजों के साथ विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा, स्वास्थ्य सेवाएं लोगों का मूल अधिकार हैं. अपोलो जैसे बड़े संस्थान को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. हम इस मामले में पूरी पारदर्शिता और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।

बिलासपुर में स्वास्थ्य न्याय को लेकर कांग्रेस ने एक महत्वपूर्ण यात्रा निकाली, जिसे उन्होंने न्याय की दिशा में बड़ा कदम बताया। कांग्रेस ने कहा कि जब तक पीड़ित परिवार को पूरा न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वे इस मुद्दे को लगातार उठाते रहेंगे। यह रैली केवल बिलासपुर तक सीमित नहीं रही, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर आवाज़ बुलंद की गई।

बता दें कि, मामला बिलासपुर के अपोलो अस्पताल से जुड़ा है, जहां नरेंद्र जॉन केम नामक व्यक्ति ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डॉक्टर बनकर वर्षों तक काम किया। 2006 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मृत्यु के मामले में भी उसका नाम सामने आया है। जांच में खुलासा हुआ कि उसने खुद को कार्डियोलॉजिस्ट बताकर इलाज किया, जिससे उनकी मौत हो गई।

शुक्ला परिवार की शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने 19 अप्रैल को नरेंद्र जॉन केम के खिलाफ IPC की धारा 420, 466, 468, 471, 304 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की। इसके बाद दमोह से उसे प्रोडक्शन वारंट पर बिलासपुर लाकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस अब अपोलो अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की भी गहन जांच कर रही है।

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बिलासपुर। प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और अपोलो अस्पताल में फर्जी डॉक्टर द्वारा की गई लापरवाहियों के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने 'स्वास्थ्य न्याय यात्रा' का आयोजन किया। यह यात्रा उस प्रकरण के विरोध में निकाली गई जिसमें अपोलो अस्पताल में नरेंद्र जॉन केम नामक फर्जी डॉक्टर द्वारा इलाज के दौरान कई मरीजों की मौत हो गई थी। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही का अभाव है। यात्रा का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और विधायक देवेंद्र यादव ने किया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और आम नागरिक भी इस आंदोलन में शामिल हुए। पार्टी नेताओं ने कहा कि जब तक दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार नहीं किया जाता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। रैली के दौरान कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही और मरीजों के साथ विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा, स्वास्थ्य सेवाएं लोगों का मूल अधिकार हैं. अपोलो जैसे बड़े संस्थान को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. हम इस मामले में पूरी पारदर्शिता और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। बिलासपुर में स्वास्थ्य न्याय को लेकर कांग्रेस ने एक महत्वपूर्ण यात्रा निकाली, जिसे उन्होंने न्याय की दिशा में बड़ा कदम बताया। कांग्रेस ने कहा कि जब तक पीड़ित परिवार को पूरा न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वे इस मुद्दे को लगातार उठाते रहेंगे। यह रैली केवल बिलासपुर तक सीमित नहीं रही, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर आवाज़ बुलंद की गई। बता दें कि, मामला बिलासपुर के अपोलो अस्पताल से जुड़ा है, जहां नरेंद्र जॉन केम नामक व्यक्ति ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डॉक्टर बनकर वर्षों तक काम किया। 2006 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पंडित राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मृत्यु के मामले में भी उसका नाम सामने आया है। जांच में खुलासा हुआ कि उसने खुद को कार्डियोलॉजिस्ट बताकर इलाज किया, जिससे उनकी मौत हो गई। शुक्ला परिवार की शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने 19 अप्रैल को नरेंद्र जॉन केम के खिलाफ IPC की धारा 420, 466, 468, 471, 304 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की। इसके बाद दमोह से उसे प्रोडक्शन वारंट पर बिलासपुर लाकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस अब अपोलो अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की भी गहन जांच कर रही है।