बिलासपुर। बिलासपुर शहर से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां वर्दीधारी पुलिस आरक्षक शराब के नशे में चूर होकर सड़क पर लोटता दिखाई दिया। यह पूरी घटना शहर के कोटा रोड की बताई जा रही है। नशे में बेसुध यह आरक्षक कोई और नहीं, बल्कि पुलिस लाइन में पदस्थ विश्वकर्मा मांजरे है, जो पिछले एक साल से ड्यूटी से नदारद बताया जा रहा है।
मामले का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि आरक्षक वर्दी में है और नशे की हालत में जमीन पर पड़ा हुआ है। आसपास खड़े लोग उसे उठाने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो बनाने वाला व्यक्ति भी आरक्षक को समझाइश देता दिख रहा है और कह रहा है कि “तुम वर्दी की इज्जत को मिट्टी में मत मिलाओ।” वह आरक्षक से उठकर किनारे बैठने को कहता है, लेकिन नशे में धुत आरक्षक बैठने की हालत में भी नहीं था।
यह घटना सीवी रमन यूनिवर्सिटी के पास की बताई जा रही है। वीडियो में आरक्षक कभी सड़क पर लेटा दिख रहा है, तो कभी लड़खड़ाते हुए उठने की कोशिश करता है। वहीं, स्थानीय लोगों की मानें तो यह दृश्य बेहद शर्मनाक और पुलिस विभाग की साख को नुकसान पहुंचाने वाला था।
इस मामले पर जब रक्षित केंद्र के अधिकारियों से जानकारी ली गई तो उन्होंने पुष्टि की कि आरक्षक विश्वकर्मा मांजरे पिछले एक साल से अनुपस्थित है। उसने पुलिस लाइन में हाजिरी नहीं दी है और उसकी अनुपस्थिति की सूचना विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी जा चुकी है।
वायरल वीडियो के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कैसे एक साल से लापता आरक्षक पर विभाग ने अब तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की? यह घटना न केवल पुलिस प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि वर्दी की मर्यादा पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
अब देखना होगा कि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है। फिलहाल इस घटना ने पुलिस की छवि को गहरा धक्का पहुंचाया है और आमजन के बीच कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।