रायपुर। राजधानी में बकाया टैक्स वसूलने को लेकर नगर निगम ने सख्त रुख अपना लिया है। निगम के अपर आयुक्त यूएस अग्रवाल के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष में 325 करोड़ रुपए के राजस्व वसूली का लक्ष्य तय किया गया था, जिसमें से अब तक 294 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है। बीते वर्ष की तुलना में इस बार वसूली में बढ़ोतरी देखी जा रही है, जब कुल 280 करोड़ रुपए वसूले गए थे।
निगम ने टैक्स चुकाने के लिए एक महीने की अतिरिक्त मोहलत दी थी, जिसके दौरान 6 करोड़ रुपए से अधिक की वसूली हुई है। अब यह समय लगभग समाप्ति की ओर है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि तय समय के बाद टैक्स न चुकाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि, नगर पालिका निगम रायपुर टैक्स वसूली के तमाम उपाय करने के बाद भी टारगेट से पीछे है। लेकिन पिछले साल की तुलना में 20 करोड़ ज्यादा वसूली कर ली गई है। वहीं डिफाल्टर टैक्स बकायादारों ने निगम के अधिकारियों के नाक में दम कर दिया है। क्योंकि कई नोटिस भेजने के बाद भी कोई असर नहीं हुआ है। वहीं अधिकारियों का कहना है अब डिफाल्टर बकायादारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आगामी माह में ये कार्रवाई अब मैदान में दिखेगा।
नगर पालिका निगम के अपर आयुक्त यूएस अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम ने विभिन्न टैक्स मदों से कुल 325 करोड़ रुपये वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसमें से अब तक 294 करोड़ रुपये की रिकवरी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि यह आंकड़ा पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले बेहतर है, जब कुल 280 करोड़ रुपये का टैक्स वसूला गया था। इस वर्ष अब तक की वसूली ने संकेत दिया है कि तय लक्ष्य जल्द ही पूरा हो सकता है।
बकायादारों के लिए दो दिन की मोहलत
नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकाय चुनावों के चलते टैक्स वसूली प्रभावित होने के कारण करदाताओं को एक माह की अतिरिक्त राहत दी थी। इस दौरान छह करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है। अब टैक्स भुगतान के लिए केवल दो दिन शेष हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि इन दो दिनों में वसूली का आंकड़ा और बढ़ेगा।
सरचार्ज से बचने के लिए समय पर करें भुगतान
अपर आयुक्त ने बताया कि वित्तीय वर्ष के भीतर टैक्स चुकाने पर विभिन्न श्रेणियों में छूट का लाभ दिया जाता है। लेकिन निर्धारित समयावधि समाप्त होने के बाद बकाया राशियों पर सरचार्ज लगाया जाता है, जिससे करदाताओं को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं, जिन करदाताओं ने कई वर्षों से टैक्स नहीं चुकाया है, उन पर अब सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।