छत्तीसगढ़: कोरबा के जंगल में दंतैल हाथी की संदिग्ध मौत, वन विभाग में हड़कंप/
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा वन मंडल के कुदमुरा रेंज अंतर्गत गीतकुंवरी क्षेत्र में एक दंतैल हाथी का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं। जंगल में हाथी के शव की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई।
हाथी का शव जंगल में पानी के भीतर तैरता मिला है. उसकी मौत कब, कैसे और किन परिस्थिति में हुई है, हाथी की मौत के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, यह घटना प्राकृतिक मौत का मामला हो सकती है, लेकिन क्षेत्र में लगातार हाथियों के साथ हो रही घटनाओं को देखते हुए हर पहलू पर जांच की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही है।
पिछली घटनाओं ने बढ़ाई चिंता
यह पहली बार नहीं है जब कोरबा वन मंडल में हाथी की मौत की खबर आई हो। बीते दिनों भी इसी इलाके में बिजली के करंट से हाथी की मौत हुई थी। वहीं, कुछ महीने पहले एक हाथी के बीमार होकर गिरने की घटना ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।
जांच और सुरक्षा पर उठे सवाल
वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर हाथी की मौत के कारणों की जांच कर रहे हैं। शुरुआती अनुमान में इसे प्राकृतिक मौत बताया जा रहा है, लेकिन वन्यजीव संरक्षण से जुड़े संगठनों ने इसे गंभीरता से लेने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि हाल के दिनों में हाथियों का झुंड बार-बार मानव बस्तियों की ओर आ रहा है, जिससे इंसानों और हाथियों दोनों के लिए खतरे बढ़ गए हैं।
सरकार और विभाग से उम्मीदें
वन विभाग का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच के बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। इस घटना ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ के हाथी संरक्षण और उनके लिए सुरक्षित वास स्थल की आवश्यकता पर जोर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार ऐसी घटनाएं जंगलों में मानवीय हस्तक्षेप और संसाधनों की कमी की ओर इशारा करती हैं।
हाथियों के लिए संरक्षित क्षेत्रों में सुधार और जागरूकता अभियानों की आवश्यकता को लेकर स्थानीय लोग और संगठन अब सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।