रायपुर। छत्तीसगढ़ में चल रहे शराब घोटाले की जांच के तहत पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों ने आठ घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ समाप्त होने के बाद दोनों ईडी दफ्तर से बाहर आए और मीडिया से बात करते हुए कवासी लखमा ने बताया कि उन्होंने सभी सवालों का जवाब दिया और मांगे गए दस्तावेज सौंप दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कागजात का विवरण वे कुछ दिनों के भीतर पेश करेंगे।
कवासी लखमा ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उन्हें परेशान करने के लिए यह आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, मैं हमेशा आदिवासियों के हक में लड़ता रहूंगा और इस मामले में आखिरी तक संघर्ष करूंगा।
लखमा ने शराब घोटाले से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जांच में अधिकारी गलत दिशा में जा रहे हैं और शराब बनाने वाली कंपनियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, यह सवाल उठाया।
ईडी ने 28 दिसंबर को कवासी लखमा के घर पर छापेमारी की थी और वहां से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ तथा डिजिटल डिवाइस जब्त किए थे। छत्तीसगढ़ में यह शराब घोटाला पिछले दो साल से जांच के दायरे में है और कई अधिकारी एवं नेता इस मामले में जेल में हैं।