बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार दुर्घटना को लेकर विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के बाद राजनीति अपने चरम पर पहुंच चुकी है सरकार के खिलाफ कांग्रेस पूरी तरह मोर्चा खुल चुकी है वही आज बिलासपुर के कांग्रेस भवन में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा और गंभीर आरोप लगाए। पत्रकारों से चर्चा करते हुए अटल श्रीवास्तव ने कहा कि, बलौदा बाजार की घटना में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव का किसी भी प्रकार से हाथ नहीं है और ना ही उनकी मौजूदगी कहीं पर नजर आई है लेकिन भाजपा जबरिया कार्रवाई के तहत कांग्रेस विधायक को गिरफ्तार कर प्रताड़ित कर रही है। प्रदेश की साय सरकार का नियंत्रण कानून व्यवस्था पर नहीं है इसलिए बलौदा बाजार में इस तरह की घटना हुई है। अगर इस पर तत्काल निर्णय लेकर विधायक को नहीं छोड़ा जाता है तो अब कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी और बड़ी लड़ाई लड़ेगी।उन्होंने इस घटना की नागपुर कनेक्शन के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य नेताओं की भूमिका की जांच की मांग की है।
सतनामी समाज के विरोध-प्रदर्शन में नागपुर से 250 लोगों को बुलाया गया: अटल
अटल श्रीवास्तव ने कहा कि, बलौदाबाजार में सतनामी समाज के विरोध-प्रदर्शन में नागपुर से 250 लोगों को बुलाया गया था। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की। विरोध-प्रदर्शन के दौरान उन पर सरकार ने नजर क्यों नहीं रखी, रैली की शुरुआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था। उसके बावजूद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया। पुलिस प्रशासन ने किसके इशारे पर भीड़ को रोकने की कोशिश नहीं की। विधायक ने कहा कि दंगा फैलाने के लिए नागपुर से 250 लोगों को कौन बुलाया था। उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई।
सरकार अपनी नाकामी और पूरे देश में हुई बदनामी को छिपाने के लिए कांग्रेस को कर रही परेशन
कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि बलौदाबाजार की घटना सरकार की नाकामी है। सरकार अपनी नाकामी और पूरे देश में हुई बदनामी को छिपाने के लिए प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेताओं को परेशान कर रही है। विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है। यह विपक्ष को बदनाम करने की साजिश है।
विधायक देवेंद्र यादव को षडयंत्र के तहत फंसाने का आरोप
बलौदाबाजार हिंसा केस में पुलिस ने भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है। कांग्रेस नेताओं ने उन्हें षडयंत्र के तहत फंसाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर प्रदेश भर में आंदोलन और विरोध-प्रदर्शन करने की रणनीति बना रही है।
पंडाल, भोजन, माइक के लिए फंडिंग किसने की, इसकी जांच क्यों नहीं कराई जा रही: रश्मि सिंह
इसी सिलसिले में गुरुवार को कांग्रेस भवन में विधायक अटल श्रीवास्तव और पूर्व विधायक रश्मि सिंह ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमिशन दिलाने वाला कौन था? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिए भोजन, मंच, पंडाल, माइक के लिए फंडिंग किसने की। इसकी जांच क्यों नहीं कराई जा रही है। इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई।