बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बिलासपुर में एक दिलचस्प मामला सामने आया है जहां शेयर मार्केट कम्पनी खोलकर लोगो से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले कंपनी के संचालक को बिलासपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। मामला सिविल लाईन थाना का है।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि आरोपियों से भारी मात्रा में कम्पनी के फर्जी सील, इकरार नामा व अलग -अलग कम्पनी के बैंक चेक बुक, फिंगर मशीन, फर्जी सर्टिफिकेट, 5 मोबाइल बरामद किया हैं।
कुछ दिनों के बाद पैसा देना बंद कर दिया था
लोग जो इनको पैसे दिए थे उनको इसने सितंबर 2023 से पैसा रिटर्न करना बंद कर दिया। शिकायत के आधार पर पूछताछ की गई तो पता चला कि विनायक कृष्णा रात्रे नाम का व्यक्ति जो अपने आप को शेयर मार्केट का ब्रोकर बताता है लोगों से इन्वेस्ट के नाम पर पैसा लेता है आवेदक के द्वारा दी गई डॉक्यूमेंट जिसमे इकरारनामा ऑफर स्कीम खातों के स्टेटमेंट की जांच पड़ताल करने पर पता चला कि इसके पास सिर्फ गुमासदा लाइसेंस है और साईं कृष्णा इन्वेस्टमेंट नाम की कंपनी फर्जी है इसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है साथ ही इसके जिन ब्रोकर की लाइसेंस दिखाई है उसमें आनंद रात्रे, शानू खान की लाइसेंस दिखाई पड़ता है।
लोगों से पैसा लेकर अधिक मात्रा में दूंगा कहकर लेता था झांसे में
लोगों से बोलता है कि मुझे पैसे दो मैं इसे शेयर मार्केट में लगाकर तुमको पांच-पांच या 10% के हिसाब से प्रतिमाह फिक्स रिटर्न करूंगा इस झांसे में आकर बहुत से लोग अधिक रिटर्न के लालच में इसको खाते में पैसा देते थे यह बाकायदा इनको पैसे का रिटर्न देता था साथ ही डेली एक फर्जी हैंडल से मैनेज करता था जिसने आपका नाम और डेली का रिटर्न लिखा रहता था।
पहले शुरू शुरू में पैसा देने लगा जिससे अधिक लोग जुड़ सके
इस झांसी में आकर लोग और पैसा इन्वेस्ट करना चालू कर दिए कुछ मेडिएटर भी बने जो बाकी लोगों को अपने रिश्तेदारों से पैसा लेकर इनको ट्रांसफर करने लगे इस तरह से एक चैन बन गई अब यह इन पैसों को सर्कुलेट करता था आपको पैसा लेकर दूसरे को दूसरे का तीसरे को ऐसे ही रोटेड करते रहे।
पैसे का ऊपयोग अपने पार्टी और आलीशान जिंदगी में किया खर्च
अपनी आलीशान और लजीज जिंदगी के लिए सभी पैसों का उपयोग करता थाईलैंड गोवा ट्रैवल इन ऑफर देता था प्रिंस चीट एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम बैनिंग एक्ट के तहत अपराध है लगभग 35 से 40 करोड़ का अनुमान है। कुल फ्रॉड की अमाउंट अभी तक प्राप्त रसीद बुक के हिसाब से लगभग 14 करोड़ का इन्वेस्टमेंट के नाम से पैसा मई 2023 से अब तक लिया गया है बाकी उसके पहले लगभग जनवरी 2021 से यह सब चल रहा है मतलब कुल मामला लगभग 35 से 40 करोड़ का होगा।