कोरबा। छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश से कई जगह पर बाढ़ के हालात बन गए हैं। कोरबा जिले में शनिवार को SECL की कुसमुंडा खदान में एक गंभीर हादसा हुआ है। जिसमें निरीक्षण के लिए पहुंचे 4 अधिकारी पानी में बह गए, तीन को बचा लिया गया है। वहीं 16 घंटे के बाद लापता अधिकारी की शव बरामद कर लिया गया है।
आपको बता दें कि, पिछले दो दिनों में कोरबा सहित पूरे राज्य में भारी वर्षा होने के कारण खदान में कार्यरत 6 लोग पानी के बहाव में फस गए। इनमें से 5 लोग सुरक्षित रूप से निकलने में सफल रहे लेकिन सहायक प्रबंधक जितेंद्र नागरकर, माइनिंग के दौरान पैर फिसलने के कारण पानी के बहाव में बह गए।
मौके पर एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम पहुंची
सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया और मौके पर एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम पहुंची। इसके अलावा कुसमुंडा महाप्रबंधक राजीव सिंह और अन्य अधिकारी भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हो गए। समाचार लिखे जाने पर तक तलाशी और बचाव कार्य जारी है। रेस्क्यू टीम के प्रयासों से उम्मीद की जा रही है। कि नागरकर में सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में 4 अफसर बहे, 1 लापता
कोरबा में शनिवार को 3 घंटे की तेज बारिश में SECL की कुसमुंडा खदान में 4 अधिकारी पानी के बहाव में बह गए, तीन को बचा लिया गया, वहीं एक लापता है। जितेंद्र नागरकर की तलाश आज भी जारी है। चारों अधिकारी जलभराव की स्थिति देखने गए थे, तभी अचानक आए पानी के तेज बहाव की चपेट में आ गए।
भारी बारिश में यलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने आज गौरेला-पेंड्रा मरवाही जिले में आज भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही बस्तर और बिलासपुर संभाग के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। रायपुर में सुबह से रिमझिम बरसात हो रही है।
बारिश के कारण कई इलाकों के बढ़ा
बारिश का आंकड़ा जुलाई के औसत से 4% ज्यादा है। प्रदेश में अब तक 538.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। बीजापुर और सुकमा जिले में भारी बारिश होने के कारण कई इलाकों में बाढ़ के चलते लोगों का जन जीवन प्रभावित हो रहा है।