
रायपुर। वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और त्योहारी मांग के बीच आज रायपुर सहित पूरे प्रदेश के सराफा बाजारों में सोना और चांदी के भावों में तेज़ उछाल देखने को मिला। निवेशकों में सुरक्षित निवेश की ओर रुझान बढ़ा है, लेकिन परंपरागत सराफा व्यापारियों के लिए यह तेजी चिंता का कारण बनी है।

विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका-चीन तनाव, मध्य-पूर्व में भू-राजनीतिक घटनाएँ और फेडरल रिज़र्व द्वारा संभावित ब्याज दर कटौती की अटकलों ने निवेशकों को सोने-चांदी जैसी सुरक्षित धातुओं की ओर मोड़ दिया है। रायपुर स्पॉट मार्केट में सोने का ब्रेकआउट 12,75,00 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया, जबकि चांदी का भाव 1,58,000 – 1,62,000 प्रति किलो तक देखा गया।

छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सोनी ने बताया कि बड़ी कंपनियों के डिजिटल और थोक व्यापारिक प्रभाव से छोटे और पारंपरिक व्यापारियों की आजीविका पर दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कल, 14 अक्टूबर को विश्व मानक दिवस के अवसर पर एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात करेगा।
एसोसिएशन का कहना है कि जबकि सोना-चांदी में तेजी निवेशकों के लिए अवसर है, स्थानीय व्यापारियों के लिए यह चुनौती का समय है। मुख्यमंत्री से होने वाली मुलाकात तय करेगी कि सरकार पारंपरिक सराफा उद्योग की रक्षा के लिए कौन से कदम उठाएगी।
इस बैठक में प्रमुख मुद्दे होंगे:
1 पारंपरिक सराफा व्यापार के लिए संरक्षण नीति
2 राज्य में स्वर्ण आभूषण व्यापार के लिए स्वतंत्र नीति
3 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म द्वारा मूल्य हेराफेरी और अनुचित प्रतिस्पर्धा की रोकथाम
4 छोटे व्यापारियों के लिए ब्याजमुक्त ऋण सुविधा
