बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक ओर पुलिस अधीक्षक बेहतर पुलिसिंग का परिचय दे रहे और नए-नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। वहीं थाने के प्रभारी खुद को भगवान समझ रहे हैं। वे जो कर दें वही सही है। हम बात कर रहे है सीपत थाना प्रभारी की। इनकी प्रताड़ना से तंग आकर थाने में पदस्थ आरक्षक ने गुरुवार को थाने के भीतर ही फांसी के फंदे पर लटकने की कोशिश की थी।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को पुलिस जवानों की थाने में हो रही गणना के समय भी आरक्षक ने थानेदार से कारण जानने के लिए पहुंचा था लेकिन गणना के दौरान थाना प्रभारी थाने में मौजूद नहीं थे। जिसके बाद आरक्षक ने थाने में मौजूद को अपने अपमान की बात कह कर और उसके इस कदम के लिए थानेदार को जिम्मेदार ठहराते हुए फांसी लगाने की बात भी कही थी। अपने ही विभाग के सामने बार बार खुद को अपमानित होते देख आरक्षक ने यह कदम उठाने की कोशिश की थी। इस घटना की जानकारी लगते ही डीएसपी उदयन बेहार सीपत थाना पहुंचें और आरक्षक को समझाइश दी।जिसके बाद मामला ठंडा हुआ।
थाना प्रभारी की बदसलूकी से परेशान था आरक्षक
थाना प्रभारी कृष्ण चंद सिदार थाने के स्टाफ से हमेशा गाली-गलौज कर बात करते हैं। वहीं थाना स्टाफ के लोगों को बार-बार फोन कर परेशान करते हैं, जिससे थाने में पदस्थ स्टाफ काफी परेशान रहते हैं।
थाना प्रभारी ने आरक्षक से मांगा माफीनामा
आरक्षक धर्मेन्द्र कश्यप ने बताया की डीएसपी द्वारा मुझे समझाने के बाद थाना प्रभारी कृष्ण चंद सिदार ने ऐसी गलती दोबारा नहीं करने की बात को लेकर माफीनामा मांगा।
टीआई को हटाने क्षेत्रवासियों ने की बैठक, हटाने में मांग
सीपत थाना के टीआई से आसपास के स्थानीय लोग भी तंग आ गए है। इस वजह से उनके खिलाफ बैठक की गई है और इस बैठक में आचार संहिता के बाद हटाने की मांग जोरों से करेंगे।