बिलासपुर। बिलासपुर के सरकंडा थाना क्षेत्र में रहने वाली आरती यादव ने पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर को ज्ञापन सौंप कर अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 6 माह से गर्भवती आरती आज पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय पहुंची जहां उन्होंने अपने पति और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनसे अपने परिवार और खुद को जान का खतरा बताया।
मानसिक और शारीरिक रूप से करते थे प्रताड़ना
आरती ने मीडिया से बात कर जानकारी देते हुए बताया कि, 2 दिसंबर 2022 को उनका विवाह सरकंडा क्षेत्र में रहने वाले नवीन यादव के साथ हुआ था, शुरुआत में आरती की मां कैंसर से पीड़ित थी इसलिए बहुत अधिक दहेज नहीं दे पाने की वजह से ससुराल पक्ष द्वारा लगातार मांग की जा रही थी। लेकिन फिर ससुराल पक्ष ने आरती को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ना देना शुरू कर दिया।
हाथ काटने तक की हुई कोशिश
इतना ही नहीं गर्भवती होने के बाद भी पति ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर आरती का हाथ काटने की कोशिश की लेकिन किसी तरह से आरती अपनी जान बचाने में सफल रही इससे भी जब ससुराल पक्ष का मन ना भरा तो उन्होंने मानसिक रूप से प्रताड़ित देना शुरू कर दिया लेकिन अपने बच्चे और अपने परिवार के लोक लाज के चलते आरती ससुराल में रह रही थी, लेकिन लगातार प्रताड़ना से परेशान होकर अपनी जान बचाने के लिए 30 अगस्त को आरती मौका पाकर निकल गई।
न्याय के लिए भटक रही गर्भवती महिला
लेकिन वह घर पहुंच पाती से पहले उसके ससुराल वाले घर पहुंच कर आरती के पिता और माता को मारने की धमकी देने लगे इसके बाद आरती के पिता ने मामले के शिकायत सरकंडा थाने में की, वहीं इस मामले में सरकंडा थाने ने नवीन यादव और उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन आरती अभी भी न्याय की आस में भटक रही है, और जल्द से जल्द कार्रवाई कर उन्होंने न्याय दिलाने की गुहार पुलिस प्रशासन से लगाई है, देखने वाली बात होगी की महिला संबंधी अपराध को लेकर गंभीर बिलासपुर पुलिस अब आरती को न्याय दिलाने लिए किस तरह से काम करती है और कितनी जल्दी सरकंडा पुलिस आरोपी और उसके परिजनों को गिरफ्तार करती है।